14 अक्टूबर 2022 | भारत ने देश पहली परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत से बैलिस्टिक मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया। रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मिसाइल का परीक्षण एक पूर्व निर्धारित सीमा तक किया गया और इसने बंगाल की खाड़ी में लक्ष्य पर पूरी सटीकता के साथ निशाना साधते हुए सभी परिचालन और तकनीकी मानकों को पूरा किया। मंत्रालय ने कहा, ‘‘आईएनएस अरिहंत द्वारा SLBM (पनडुब्बी से बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण) का सफल परीक्षण, लॉन्च दल की दक्षता को साबित करने और एसएसबीएन कार्यक्रम के अनुरूप महत्वपूर्ण है, जो भारत की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता का एक प्रमुख तत्व है।’’
बयान में कहा गया, ‘‘यह भारत की ‘विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोधक क्षमता’ की नीति को ध्यान में रखते हुए एक मजबूत, टिकाऊ और सुनिश्चित जवाबी क्षमता है जो इसकी ‘पहले उपयोग न करने’ की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।”
आइएनएस अरिहंत स्वदेशी तरीके से विकसित पहली परमाणु पनडुब्बी है। न्यूक्लियर सबमरीन के लिए भारत का प्रयास 1970 में शुरू हुआ था, हालांकि निर्माण 90 के दशक में शुरु हुआ। अगस्त 2016 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस स्वदेशी पनडुब्बी को नौसेना में शामिल किया। इसी के साथ भारत परमाणु क्षमता से लैस पनडुब्बी बनाने वाला दुनिया का छठा देश बन गया। INS अरिहंत का मतलब होता है दुश्मन को नष्ट करने वाला। अरिहंत की क्षमता 750 से 3500 किमी तक की है।
सोर्स :-“नईदुनिया”