नई दिल्ली, 31 मार्च। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा है कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता वसुधैव कुटुम्बकम की भावना पर आधारित है जिसमें निहित संदेश पूरी दुनिया में प्रतिध्वनित होता है। श्री मुरलीधरन ने केरल के कुमारकोम में दूसरी शेरपा बैठक के पूर्ण सत्र में अपनी विशेष टिप्पणी में यह बात कही। उन्होंने कहा कि हरित विकास, डिजीटल व्यवस्था की बुनियादी सुविधाएं, समावेशी, लचीली और तेज रफतार वृद्धि और महिलाओं के नेतृत्व वाला विकास जी-20 की प्राथमिकताएं हैं और संगठन के सभी सदस्य देशों ने इन पर सहमति व्यक्त की है। विदेश राज्य मंत्री ने आशा व्यक्त की, कि बैठक में भाग ले रहे प्रतिनिधियों को अब तक किए गए कार्यो और तय लक्ष्यों को प्राप्त करने की रूपरेखा पर जानकारी मिल पायेगी।
बाद में पूर्ण सत्र से अलग संवाददाताओं से बातचीत में श्री मुरलीधरन ने कहा कि पहले से तय कार्यक्रमों के अलावा जी-20 के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार की राउन्ड टेबल, आपदा जोखिम में कमी और स्टार्टअप पर बैठक का भी कार्यक्रम है। मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार की बैठक में विज्ञान और प्रौदयोगिकी के क्षेत्र के मुददों और चुनौतियों से निपटने पर चर्चा की जायेगी