19 नवंबर 2022 | नई दिल्ली में आयोजित भारतीय अंतररष्ट्रीय व्यापार मेला 2022 झारखण्ड पवेलियन में ”वोकल फार लोकल, लोकल टू ग्लोबल” थीम के साथ आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। आई टीएफ का 41वें संस्करण में झारखण्ड के कलाकारों और कला को ना सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है, बल्कि इनकी कला को विदेशों में भी एक नया मंच देने की पहल मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के निर्देश में की गई है।
झारक्राफ्ट स्टाल में अंतर राष्ट्रीय व्यापार मेले में उनकी कला को बहुत आदर सम्मान मिल रहा है। राज्य के इस कलाकार का विश्वास है कि उनकी कला अब विश्व पटल पर अपनी पहचान बनाने में सक्षम होगा। मालूम हो कि भारतीय अंतररष्ट्रीय व्यापार मेला 2022 में इस वर्ष झारखण्ड पाटर्नर राज्य के रूप में अपनी भागीदारी निभा रहा है। 14 दिवसीय व्यापार मेले में लगभग 2,500 घरेलू और 12 अन्य देशों से आये विदेशी प्रतिनिधि अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे हैं।
झारखण्ड पवेलियन स्थित जोहर ग्राम स्टाल में ट्राइबल परिधानों को एक नए रंग रूप में विश्व के समक्ष पेश किया गया है। इससे झारखण्ड के स्थानीय बुनकरों, ट्राइबल शिल्पकारों को, ट्राइबल वीविंग को अंतर राष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शन करने का सुनहरा अवसर मिल रहा है। झारखण्ड के पारम्परिक आदिवासी जैकेट, शट्र्स, टॉवल, गमछा, टोपी आदि को प्रदर्शित किया गया है जो कि ट्रेड फेयर आने वालों के आकर्षण का केंद्र बन रहा हैं।
सोर्स :-” पंजाब केसरी”