1 दिसंबर 2023 ! आजकल की दुनिया आर्टिफिशनल लाइट्स से डूबी हुई है। जिसका बुरा असर हमारी बायोलॉजिकल घड़ी पर पड़ रहा है। दिल और दिमाग से लेकर आंख, लिवर, किडनी, मसल्स, ज्वाइंट्स और बोन्स कमजोर हो रही हैं। बंद कमरे और घरों में बल्ब की रोशनी में जिंदगी कैद है। जो हर पल आपको बीमार बना रही है। हाल ये है कि आधे से ज्यादा भारतीय बर्नआउट सिंड्रोम से जूझ रहे हैं। मैकिन्जी हेल्थ इंस्टीट्यूट की स्टडी के मुताबिक, शारीरिक और मानसिक थकावट के मामले में भारतीय दुनिया के बाकि देशों के मुकाबले कहीं ज्यादा आगे हैं।
इतना ही नहीं प्रकृति से दूरी आर्थराइटिस और ऑस्टियो-पोरोसिस जैसी परेशानियों को तेजी से बढ़ा रही है। देश में गठिया-ज्वाइंट्स पेन की परेशानी जहां 18 करोड़ लोग झेल रहे हैं, वहीं 7 करोड़ लोगों की हड्डियां कमजोर और खोखली हैं। चिंता वाली बात ये है कि 80% महिलाएं इसकी शिकार हैं।
सोर्स :-” इंडिया TV ”