प्रोपर्टी गाइडलाइन की बैठक में कलेक्टर बोले-शहर की अधिकांश लोकेशन हैं, जहां पहले से खाली जमीन कम है। इनके दाम में भी इस बार इजाफा हो सकता है।
शहर में तेजी से हो रहे विकास कार्यो का असर अब जमीन की कीमतों पर दिखेगा। शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़ी जमीनों के दाम भी फिर से रिवाइस किए जा रहे हैं। इसको लेकर पंजीयन कार्यालय ने तैयारी कर ली है। शुक्रवार को कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में अचल संपत्तियों के बाजार मूल्य से जुड़ी गाइडलाइन की समीक्षा की। इसमें पंजीयन कार्यालय के अधिकारियों ने जबलपुर जिले की सीमा में आने वाले लगभग 26 सौ 83 क्षेत्रों के दामों की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर की अध्यक्षता में अचल संपत्तियों के बाजार मूल्य गाइडलाइन्स पर विस्तार से अधिकारी और एक्सपर्ट ने अपनी बात रखी। दरअसल बैठक में पंजीयन विभाग ने बताया कि उन्होंने इन क्षेत्रों का सर्वे किया है। चयनित लोकेशन के नए बाजार मूल्य तय किए जाने हैं। इस पर तैयार प्रस्ताव पर विचार हुआ।
शहर की 1105 लाेकेशन के बढ़ेंगे जमीनों के दाम
इस दौरान पंजीयन कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल हुईं रजिस्ट्रियाें की समीक्षा की गई। इन रजिस्ट्रियों के आधार पर एक औसत रेट निकाला गया है कि कहां-कहां प्रोपर्टी का रेट बढ़ना चाहिये। जिले में लगभग 2683 लोकेशन है जिसमें 1105 शहरी तथा 1578 ग्रामीण है, जहां गाईडलाइन्स तय की जाती है। जिसमें 1729 लोकेशन्स में रेट बढ़ाने का प्रस्ताव पर चर्चा हुई। यह पिछले सालों में हुई रजिस्ट्रियों के औसत रेट के आधार पर किया गया। इन रेट के बारे में आम जन से 26 व 27 फरवरी को आपत्तियां आमंत्रित की गई है। कलेक्टर ने कहा कि उन क्षेत्रों में जहां ज्यादा रेट बढ़ने की संभावना दिख रही है और वहां औसत दर निकालने में यदि कोई एक रजिस्ट्री उच्च दर पर हुई है तो उसे अलग कर सामान्य दर के आधार पर औसत निकाला जाएगा। इसमें लोगों की आपत्तियों का यथोचित निराकरण कर इस माह के अंत तक शासन को रिपोर्ट भेज दी जाएगी।
रिंग रोड से बढ़े रही जमीन के दाम
जानकारों का मानना है कि इस साल जबलपुर के शहर की सीमा के बाहरी क्षेत्रों में जमीन के दाम में भी उछाल आया है। इसकी मुख्य वजह रिंग रोड है। शहर के बाहर बायपास से लगी जमीनों के दाम बढ़े थे, लेकिन अब शहर की बढ़ रही सीमा रिंग रोड के पास तक जा पहुंची है। इससे शहर को क्षेत्रफल भी तेजी से बढ़ा है। रिंग रोड के दोनों ओर जमीन के दाम में तीन से चार गुना का उछाल है। खासतौर पर बिल्डर्स ने इसे अच्छा अवसर मानते हुए जमीन का बड़ा हिस्सा खरीदना शुरू कर दिया है। वहीं पंजीयन कार्यालय भी इस बार दाम बढ़ाने के दौरान रिंग रोड़ के आसपास के हिस्सों को खास तौर पर महत्व दे रहा है। वह शहर की अधिकांश लोकेशन एेसी हैं, जहां पहले से खाली जमीन कम है। इनके दाम में भी इस बार इजाफा हो सकता है।
सोर्स :-“नईदुनिया”