23 दिसंबर 2022 | द रॉयल आल अल-बायत इंस्टिट्यूट फ़ोर इस्लामिक थॉट इस्लामिक एनजीओ है और इसका मुख्यालय जॉर्डन की राजधानी अम्मान में है.
इस लिस्ट में पहले नंबर पर सऊदी अरब के किंग सलमान बिन अब्दुल-अज़ीज़ अल-साऊद, दूसरे नंबर पर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातोल्लाह अली ख़ामेनेई और तीसरे नंबर पर क़तर के शासक शेख़ तमीम बिन हमाद अल-थानी हैं. चौथे नंबर पर तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप अर्दोआन, आठवें नंबर पर यूएई के राष्ट्रपति शेख़ मोहम्मद बिन ज़ाएद अल-नाह्यान और 10वें नंबर पर सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान हैं.
इस लिस्ट में 15वें नंबर पर दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो हैं. सबसे ख़ास बात है कि 15वें नंबर पर जमीअत उलेमा-ए-हिन्द के अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद मदनी हैं. मदनी भारत के हैं. मदनी को मैन ऑफ द इयर भी घोषित किया गया है.
रैबिट ने 2023 के लिए लिस्ट जारी करते हुए अपनी रिपोर्ट में लिखा है, ”अभी दुनिया में 1.94 अरब मुसलमान हैं. यह तादाद दुनिया की कुल आबादी की एक तिहाई है. ये मुसलमान अपने-अपने देशों के नागरिक तो हैं ही लेकिन दुनिया भर के मुस्लिम समुदाय से भी एक किस्म का रिश्ता है. इस लिस्ट में उन शख़्सियतों को शामिल किया गया है, जिनका कई ख़ास मामलों में दख़ल है. ख़ास करके वैसी हस्तियां जिनकी वजह से मुस्लिम वर्ल्ड और मुसलमान प्रभावित हुए हैं. ये हस्तियां इस्लामिक संस्कृति, विचारधारा, वित्त और राजनीति से जुड़ी हैं.”