25 अप्रैल 2023 ! भारत के लिए मिलेट्स की जागरूकता को लेकर चलाए जा रहे अभियान के कई मायने हैं। ये अभियान भारत के लोगों में आइरन और जिंक सहित अन्य पोषक तत्वों के कुपोषण की समस्या दूर करने में भी बड़ी भूमिका निभा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही एक कार्यक्रम में कहा कि भारत के प्रस्ताव और प्रयासों के बाद संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया है। जब विश्व अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष मना रहा है तब भारत इस अभियान की अगुआई कर रहा है। दरअसल भारत के लिए मिलेट्स की जागरूकता को लेकर चलाए जा रहे अभियान के कई मायने हैं। ये अभियान भारत के लोगों में कुपोषण की समस्या दूर करने में भी बड़ी भूमिका निभाएगा। हार्वर्ड टीएच चेन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की ओर से नेचर जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2050 तक भारत के लोगों में आयरन और जिंक की कमी एक बड़ी समस्या बन सकती है। आज भी भारत में लगभग 50 फीसदी जनसंख्या (इनमें 61 फीसदी गर्भवती महिलाएं हैं) में आयरन की कमी देखी जाती है। इस कुपोषण को दूर करने में मिलेट्स महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
सोर्स :– ” जागरण ”