3 नवंबर 2021 | दिल्ली में कोरोना के मामले कम होने पर डेंगू का कहर जारी है। इसी बीच दिल्ली में स्वाइन फ्लू भी धीरे-धीरे पैर पसार रहा है। इसके मामलों को लेकर दिल्ली दूसरे नंबर पर आ गई है। हर महीने केस बढ़ रहे है, लेकिन अभी किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है। पिछले साल भी दिल्ली में स्वाइन फ्लू से किसी की मौत नहीं हुई थी।
नैशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) ने स्वाइन फ्लू के मामलों की 30 सितंबर तक की रिपाेर्ट जारी की है। इसके मुताबिक दिल्ली में अभी तक स्वाइन फ्लू के 88 मामले है, जो देश में दूसरी सबसे बडी संख्या है। दिल्ली से ज्यादा मामले वेस्ट बंगाल में है, जहां 96 मामले है। देश में अब तक 373 मामले सामने आ चुके है और 8 की मौत हो चुकी है।
दिल्ली में 79 मामले थे, एक माह में 9 नए मामले
एनसीडीसी की 31 अगस्त की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में 79 मामले थे। एक महीने में 9 मामले दर्ज हुए है। आशंका है कि इस सीजन में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ सकते है। बता दें कि अब तक दिल्ली में ऐसा ट्रेंड देखा गया है कि हर एक दो साल के बाद स्वाइन फ्लू के मरीजों में उछाल आता है और बड़ी संख्या में लोगों की मौत भी होती है। 2016 से लेकर 2020 तक देखें तो 2017 और 2019 में मामले ज्यादा रिपोर्ट किए गए थे और अस्पतालों में मरीजों को भटकना पड़ा था।
2017 और 2019 जैसी स्थिति इस साल हो सकती है
ट्रेंड के मुताबिक 2017 और 2019 जैसी स्थिति इस साल हो सकती है। ऐसा होता है तो दिल्ली में अस्पतालों और मरीजों के लिए बडी समस्या खड़ी हो सकती है। ट्रेंड के मुताबिक जैसे जैसे ठंड बढ़ती है स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ने शुरु हो जाते है। सितंबर से लेकर फरवरी तक यह जोर पर रह सकता है। इस वक्त अस्पतालों में डेंगू के मरीजों से भरे पड़े हुए है और बेड मिलना मुश्किल है। इसलिए अगर अभी स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ते है तो स्थिति खराब हो सकती है। इस वक्त दिल्ली के बाजारों मेंं भी बढ़ती भीड़ को देखते हुए कोरोना के मामले बढ़ने की भी आशंका जताई जाने लगी है।
कोविड की तरह ही स्वाइन फ्लू से बचने के लिए भीड़ भरे स्थानाें से परहेज जरूरी
मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के कम्यूनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ सुनील गर्ग का कहना है कि अमूमन स्वाइन फ्लू बढ़ने का यही सीजन है। कई बार यह मौसम में बदलाव से फैलता है। इसमें बुखार आना, ठंड लगना, खांसी, सिर दर्द, गले में खराश और शरीर में दर्द स्वाइन फ्लू के सामान्य लक्षण है। कोविड की तरह ही जरुरी है कि भीड़भाड़ में जाने से बचें और ऐसे लोगों के करीब ना जाएं जो बीमार है। मास्क पहने और ऐसी जगहों को छूने से बचे जहां वायरस होने की आशंका हो।
Source :-“दैनिक भास्कर”