• July 1, 2024 12:30 pm

सुप्रीम कोर्ट ने नीट पीजी परीक्षा को टालने वाली याचिका खारिज की, कहा- उन कैंडिडेट्स को परेशानी होगी जिन्होंने एग्जाम की तैयार की है

13 अप्रैल2022 | सुप्रीम कोर्ट ने पीजी मेडिकल कोर्सेस में एडमिशन के लिए होने वाली राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-पीजी 2022) को स्थगित करने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी है। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्यकांत की पीठ ने सुनवाई के दौरान, 21 मई को होने वाली नीट पीजी परीक्षा 2022 को स्थगित करने की मांग को खारिज कर दिया।

नीट पीजी 2022 को लेकर क्या थी याचिका

याचिका में मांग की गई थी कि पिछले वर्ष की परीक्षा के आधार पर काउंसलिंग की प्रोसेस अभी तक पूरी नहीं हुई है। ऐसे में परीक्षा का आयोजन फिलहाल टालने के आदेश शीर्ष अदालत द्वारा राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीई) को दिए जाएं।

परीक्षा तय समय पर 21 मई को ही होगी

पीठ ने कहा कि यह हितों के टकराव जैसा मामला है। इससे लाखों लोग प्रभावित होंगे। परीक्षा टालने से कोर्स में देरी होगी और इससे रेजिडेंट डॉक्टरों की कमी का संकट पैदा हो सकता है। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्यकांत की पीठ ने कहा कि वह परीक्षा स्थगित करने के लिए निर्देश जारी नहीं कर सकती है, जिससे उन लाखों उम्मीदवारों को कठिनाई होगी, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन कराया है और इसके लिए तैयारी की है। नीट पीजी परीक्षा 21 मई को ही होगी।

राकेश कुमार खन्ना ने की परीक्षा टालने की अपील

सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ताओं की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश कुमार खन्ना ने नीट 2021 काउंसलिंग में देरी का मुद्दा उठाया और बताया कि उम्मीदवारों को परेशानी हो रही है। वे काउंसलिंग में भाग लेने के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। इसलिए परीक्षा आठ से 10 सप्ताह टाली जाए।

इस पर एएसजी ने कोर्ट को बताया कि 2.6 लाख उम्मीदवार तैयारी कर रहे हैं। इस पर खन्ना ने कहा कि वे बहुमत से परीक्षा टलवाना चाहते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखा है। इस पर पीठ ने कहा कि अगर सरकार परीक्षा स्थगित करने का निर्णय लेती है, तो वही ठीक रहेगा, लेकिन शीर्ष अदालत ऐसे निर्देश नहीं दे सकती। नीट 2022 को 2021 से जोड़कर देखना भी उचित नहीं है।

IMA ने स्वास्थ्य मंत्री से की थी परीक्षा टालने की गुहार

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से लेटर लिखकर अपील की थी कि नीट पीजी 2022 परीक्षा का 21 मई को आयोजन स्थगित किया जाए। आइएमए द्वारा अपने पत्र में कहा गया था कि वर्ष 2021 की काउंसलिंग और फिर परीक्षा में बेहद कम अंतर होने के चलते 5000 से अधिक मेडिकल इंटर्न अयोग्य हो गए हैं।

कई मेडिकल इंटर्न जिन्होंने कोविड वॉरियर के तौर पर ड्यूटी निभाई, वे फाइनल एग्जाम में देरी और अपनी इंटर्नशिप पूरी न कर पाने के कारण नीट पीजी 2022 में शामिल नहीं हो पा रहे हैं।

Source;- ‘’दैनिक भास्कर’’

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