06 जनवरी 2023 | विदेश से लौटने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों में ओमीक्रोन के 11 सब-वेरिएंट्स मिले हैं। 24 दिसंबर से 3 जनवरी के बीच, बाहर से आए 124 यात्री कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए। सभी के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे। 40 की रिपोर्ट आ गई है। इनमें ओमीक्रोन के 11 सब-वेरिएंट्स मिले हैं। सबसे ज्यादा मामले XBB और BQ.1.1 सब-लीनिएज के हैं। चीन, जापान और साउथ कोरिया समेत कई देशों में कोरोना विस्फोट के बाद भारत ने 24 दिसंबर 2022 से 2% अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की रैंडम स्क्रीनिंग शुरू की थी। 3 जनवरी तक 9.05 लाख ऐसे यात्री आए जिनमें से करीब 20 हजार का टेस्ट हुआ। इनमें से 124 लोगों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई। विदेश से आने वालों में मिले ओमीक्रोन के सब-वेरिएंट्स कौन-कौन से हैं और वे कितने खतरनाक हैं, आइए जानते हैं।
देश में ओमीक्रोन के कौन-कौन से रूप मिले हैं?
- 14 सैंपल में XBB और इसके सब-लीनिएज XBB.1, XBB.2, XBB.3.4.5
- 9 सैंपल में BQ.1.1 और इसके सब-लीनिएज BQ 1.122 and BQ 1.1.5: 9
- BA.5.2
- BF7.4.1
- CH.1.1
- CH 1.1.1
ओमीक्रोन के ये रूप कितने खतरनाक हैं?
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राहत की बात यह है कि इन सभी सब-वेरिएंट्स के मामले पहले भी भारत में सामने आ चुके हैं। मतलब इनके प्रति भारतीयों में इम्यूनिटी मौजूद है। अब अगर कोई नया सब-वेरिएंट निकलकर आए तो चिंता की हो सकती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। अगर वैक्सीन बूस्टर नहीं लिया है तो जल्द से जल्द लगवा लें। पब्लिक प्लेसेज पर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जरूरी फॉलो करें। दिल्ली मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. अरुण गुप्ता का कहना है कि जीनोम जांच में ओमीक्रोन के जिन सब-वेरिएंट की पुष्टि हुई है, वे सभी वेरिएंट भारत में हैं। सब वेरिएंट आगे भी आते रहेंगे। देश में हाइब्रिड इम्यूनिटी है और अभी जो लोग कोविड पॉजिटिव हो रहे हैं, उनमें से ज्यादातर को सामान्य लक्षण हैं। वेरिएंट पर लगातार निगाह रखनी होगी और देखना होगा कि किसी वेरिएंट की वजह से अस्पतालों में दाखिले तो नहीं बढ़ रहे। उन्होंने कहा कि जीनोम जांच में जो वेरिएंट सामने आ रहे हैं, वे अपेक्षित हैं।
ओमीक्रोन के सब-वेरिएंट्स पर एक्सपर्ट्स ने क्या कहा?
देश में कोरोना वेरिएंट्स की जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए 54 लैबोरेटरीज का कंसोर्टियम INSACOG बना है। इसके अनुसार, XBB और इसके सब-लीनिएज से हल्का संक्रमण होता है। इसके लक्षण ओमीक्रोन के बाकी सब-लीनिएज जैसे ही हैं। पिछले साल भारत में जब XBB और उसके सब-लीनिएज का पता चला था। तब INSACOG ने बयान में कहा था कि ‘SARS-CoV-2 वायरस लगातार म्यूटेट हो रहा है; इनमें से कुछ की संक्रामकता और इम्युन सिस्टम को चकमा देने की क्षमता बाकियों से ज्यादा हो सकती है। हालांकि, INSACOG की सलाह थी कि लोगों को कोविड से जुड़ी सावधानियों का पालन जारी रखना चाहिए।
कोरोना के बाद थकान को न करें नजरअंदाज
फिजिशियन डॉ. एस चक्रवर्ती ने बताया कि पोस्ट कोविड के लक्षणों को नजरअंदाज करने की गलती न करें। कोविड से ठीक होने के बाद लोगों को थकान हो रही है। सीने में किसी तरह का कोई दर्द है तो इसे हल्के में न लें। ये दर्द हार्ट की कमजोरी से भी हो सकता है। ठीक होने के कुछ दिन बाद तक ऑक्सिजन, बुखार, ब्लड प्रेशर और शुगर मॉनिटर जरूर करें। नींद जरूर लें और आराम करें। कुछ दिनों के बाद जबतक पूरी तरह ठीक महसूस न हो डॉक्टर से फॉलो-अप चेकअप जरूर कराएं। सोर्स :- “नवभारतटाइम्स”