रामपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात में खिलौनों का जिक्र किया। उन्होंने लोकल खिलौनों के लिए वोकल होने की बात कही। लोगों से अपील की कि वह लोकल खिलौने खरीदें और साथ ही दूसरों को भी उनके बारे में बताएं। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए मिलकर खिलौने बनाएं। दरअसल, चीन के साथ रिश्ते खराब होने के चलते वहां से खिलौने आना बंद हो रहे हैं। लोग भी चीन में बने सामानों का बहिष्कार करने का मन बना चुके हैं। ऐसे में खिलौना उद्योग में खूब मौके हैं। इधर चीन की हरकतों से हर देशवासी आहत है, आक्रोशित है। यहां तक कि खिलौना कारोबारियों ने भी चीन के खिलौनों का आयात बंद करने का फैसला कर लिया है। अभी तो कारोबार ठप है। लेकिन, उन्होंने ठान लिया है कि अब भारत में बने खिलौने आने पर ही वे कारोबार को गति देंगे।
बोले खिलौना कारोबारी :
हमारे देश में प्रतिभावान कारीगरों की कमी नहीं है। बस वे धन के अभाव में आगे नहीं बढ़ पाते। यदि सरकार उन्हें सहायता दे तो पूरा विश्वास है कि चीन से कहीं अधिक सुंदर और टिकाऊ खिलौने वे तैयार कर पाएंगे। -नवल गिरोटी
सरकार का लोकल को प्रमोट करने का निर्णय सराहनीय है। प्रधानमंत्री द्वारा जो पहल की जा रही है, उसका हम सबको स्वागत करना चाहिए। चीन ने हमारे साथ जो हरकत की है, ऐसा करके हम उसे मुंहतोड़ उत्तर दे सकेंगे। -अमित खत्री प्रधानमंत्री द्वारा स्वदेसी वस्तुओं को प्रमोट करने की जो कवायद शुरू की गई है, उस पर हमें गर्व है। हर देशवासी को चीन के हर सामान का बहिष्कार करते हुए अपने देश में बनी वस्तुओं को ही खरीदना चाहिए। -सूफियान अहमद अभी तो कारोबार ही मंदा चल रहा है। दुकान में अधिक माल ही नहीं है। ईश्वर से प्रार्थना है कि जल्द ही कोरोना के संकट से छुटकारा मिले और तब तक हमारे देश के कारीगरों द्वारा बनाए गए खिलौने बाजार में आ जाएं। -नजमी खान