10 दिसंबर 2022 | यात्रियों को अब ट्रेन रद होने से परेशानी नहीं होगी। ऐसी योजना बनाई गई है, जिससे की नान इंटरलाकिंग के लिए पहले जो तीन का समय लगता है था, उसे अब छह घंटे में पूरा कर लिया जाएगा। स्टाफ से लेकर संसाधन बढ़ाकर काम पूरा किया जाएगा।
ये बातें बिलासपुर रेल मंडल के डीआरएम प्रवीण पांडेय ने कही। शनिवार को उन्होंने कार्यालय स्थित सभाकक्ष में पत्रकारों से चर्चा की। इस पत्रवार्ता का मुख्य उद्देश्य ही उन तैयारियों को बताना था, जो यात्रियों के लिए लाभ दायक है। नान इंटरलाकिंग के चलते कई ट्रेनें एक साथ रद करनी पड़ती थी। इससे ट्रेन रद होती थी और यात्रियों को भी परेशानी होती है। कहीं न कहीं रेलवे को भी राजस्व नुकसान होता था। इसीलिए इसको लेकर काफी मंथन चली। जिसमें इस बात को सहमति बनी कि ट्रेन अब किसी भी सूरत में रद नहीं की जाएगी।
उन्होंने एक उदाहरण दिया कि जिन काम में तीन दिन लग जाता था, उसे छह घंटे में पूरा कर लिया जाएगा। इसकी पूरी योजना बना ली गई है। उन्होंने यह भी कहां कि रेल मंडल की इस पहल से ट्रेनें रद नहीं होंगी, लेकिन थोड़ा विलंब जरुर होगा। मुझे यकीन है कि यात्रियों को इससे दिक्कत नहीं होगी। परेशान केवल ट्रेनें रद होने से होती थी। उन्होंने रेल मंडल में चले अधोसंरचना से जुड़े कार्यों की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि चौथी लाइन का काम तेजी से चल रही है। इस लाइन के बिछने के बाद ट्रैफिक का दबाव पूरी तरह कम हो जाएगा। भविष्य दो लाइन पर कोचिंग ट्रेन और दो में मालगाड़ी चलाएंगे, जिससे की यात्रियों को भी असुविधा न हो और माललदान पर प्रभाव न पड़े।
वंदे भारत की लंबाई अधिक, एक इंडीकेशन बोर्ड करना पड़ेगा बंद
पत्रवार्ता के दौरान डीआरएम ने वंदे भारत ट्रेन से जुड़ी संपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया इस ट्रेन के कोच की लंबाइ अधिक है। 24 मीटर के एक कोच के कारण कोच इंडीकेशन बोर्ड के बराबर सभी कोच नहीं आ पाएंगी। पर इसका भी समाधान निकाल लिया गया। एक कोच इंडीकेशन बोर्ड को बंद करने से बोर्ड के अनुसार कोच आ रहे हैं। इसलिए यात्रियों को किसी तरह असुविधा नहीं होगी।
सोर्स :-“नईदुनिया”