• May 13, 2024 10:58 am

उज्जैन की स्टूडेंट ने कहा- लैपटॉप खरीद लूंगी तो आगे कैसे पढ़ पाऊंगी

01 अक्टूबर 2022 | ‘लैपटॉप खरीदने के लिए 25 हजार रुपए मिले हैं। लैपटॉप इतना जरूरी नहीं है। इन पैसों को मैं आगे की पढ़ाई में खर्च करूंगी। पढ़ने को लेकर बहुत स्ट्रगल करती आई हूं…।’

यह कहना है उज्जैन की इशिता चौधरी का। इशिता ने 12th, 97% मार्क्स के साथ पास की है। इशिता और दूसरे होनहार स्टूडेंट्स को शुक्रवार को CM शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में सम्मानित किया। CM ने प्रदेश के 91 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राओं के खातों में 25-25 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए हैं। इस कार्यक्रम में कई रंग देखने को मिले। एक छात्रा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने के लिए फूट-फूटकर रोई तो कई ​​​​​​स्टूडेंट्स ने CM के साथ सेल्फी भी ली।

घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं…

उज्जैन की इशिता चौधरी ने 12वीं (पीसीएम) में 97% अंक प्राप्त किए हैं। इशिता ने कहा कि वह बहुत खुश हैं। तीन भाई-बहन में वह सबसे बड़ी है। पिता टेंट हाउस में जॉब करते हैं। घर की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। पापा हमें बहुत मेहनत से पढ़ा रहे हैं। पढ़ाई में काफी परेशानी आई, लेकिन सभी के सपोर्ट और टाइम मैनेजमेंट से यह मुकाम हासिल किया है। मुख्यमंत्री से मिलकर बहुत अच्छा लग रहा है। इन रुपयों को आगे की पढ़ाई में खर्च करूंगी। लैपटॉप की इतनी जरूरत नहीं है, जितनी की पढ़ाई जरूरी है।

CM के हाथ से सम्मान नहीं मिलने पर खूब रोई अनुषा

रतलाम की ​​​​​​छात्रा ​अनुषा दीक्षित भी भोपाल आई थी। अनुषा ने कहा कि वह मामा के हाथ से सम्मान लेने के लिए उत्साहित थी, लेकिन भोपाल पहुंचने पर पता चला कि उसका नाम सम्मान पाने वाले छात्र-छात्राओं में नहीं है। ऐसे में मामा निकले तो उन्हें बीच में रोककर अपने मन की बात कही। रोते हुए कहा कि वह उनके हाथ से सम्मान लेना चाहती है।

शोर काफी होने के कारण CM उसकी बात नहीं सुन पाए। उन्होंने इशारा करते हुए कहा कि जो भी परेशानी हो, लिखकर दे दो। इतना कहते हुए वे मंच की तरफ बढ़ गए। इसके बाद अनुषा जोर-जोर से रोने लगी। वह लिखने के लिए लोगों से कागज और पेन मांगती रही। बाद में अधिकारी उसे अपने साथ ले गए। वह CM से मुलाकात नहीं कर पाई।

भोपाल की कशिश बोली- सुबह ही पढ़ाई करना चाहिए

भोपाल की कशिश सिंह ने मैथ्स-साइंस से 82% मार्क्स हासिल किए। कशिश ने कहा कि वह रात की जगह सुबह पढ़ाई करने पर फोकस करती है। सुबह फ्रेश माइंड होने से समझने और याद करने में आसानी होती है। सुबह उठने से स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है, इसलिए हमेशा सुबह ही स्टडी करती हूं। कशिश अपनी मां के साथ कार्यक्रम में आई थीं।

सोर्स :- “दैनिक भास्कर”                        

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