चारधाम यात्रा 10 मई से शुरू हो रही है। ऐसे में यात्रा तैयारियों को परखने के लिए मॉकड्रिल की जा रही है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए यात्रा मार्ग के सभी जिलों में मॉकड्रिल की जा रही है। उत्तरकाशी जिले में मॉकड्रिल के दौरान कुछ कमियां पाई गई, जिसके बाद शासन की ओर से नई गाइडलाइन बनाई गई। नई गाइडलाइन के आधार पर दोबारा मॉकड्रिल करवाई जाएगी। टिहरी और देहरादून जिले में भी आपदा प्रबंधन मॉक अभ्यास किया गया।
आपदा से निपटने के लिए गुरुवार सुबह उत्तरकाशी जिला अस्पताल में मॉकड्रिल करवाई गई, लेकिन मॉकड्रिल में कुछ कमियां पाई गईं। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, मुख्य विकास अधिकारी जयकिशन, अपर जिलाधिकारी रज़ा अब्बास सहित सभी जिम्मेदार अधिकारी आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचे। इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम (आईआरएस) को सक्रिय कर आपदा प्रबंधन से संबंधित सभी संसाधनों को तत्काल स्टेजिंग एरिया पहुचने के निर्देश दिए गए हैं।
जनपद में रात से जारी बारिश को देखते हुए चारधाम यात्रा मार्ग के विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन, यात्री वाहन के मलबे में दबने यात्री वाहन गिरने आदि की सूचना मिली। उक्त घटनाओं की जिलाधिकारी को जानकारी दी गई, जिसके बाद जिलाधिकारी द्वारा तत्काल जनपद स्तरीय आईआरएश एवं तहसील स्तरीय आईआरएस सक्रिय किए जाने के निर्देश दिए गए है।
जिलाधिकारी ने एडीएम को रामलीला मैदान उत्तरकाशी में बनाए गए स्टेजिंग एरिया की कमान सौंपी है। जो घटनास्थल के लिए राहत बचावकर्मियों व अन्य संसाधनों को भेजने की जिम्मेदारी देखेंगे।
स्टेजिंग ऐरिया-पुलिस लाइन चम्बा के मैदान में सभी उपलब्ध संसाधनों सहित आईआरएस खोज बचाओ टीम एकत्रित हुई। इंसिडेंट कमाण्डर द्वारा उपस्थित खोज-बचाव टीमों को घटना की सम्पूर्ण जानकारी देकर टीमों को रवाना किया गया।