16-अक्टूबर-2021 | हाथ धोना एक अच्छी आदत है। क्योंकि हाथ धोने से कई तरह के कीटाणु जो हाथों पर लगे रहते हैं साफ हो जाते हैं। जो हाथ न धोने से भोजन-पानी के साथ हमारे शरीर में प्रवेश करके कई संक्रामक बीमारियों को जन्म देते हैं। डायरिया, टाइफाइड के साथ-साथ कोरोना जैसी बीमारियां हो सकती हैं। यदि खाने से पहले अच्छे से हाथ धोते हैं तो 20 से 25 प्रतिशत तक सांस ओर आंतों से संबंधित बीमारियों के होने में कमी लाई जा सकती है। लोगों को हाथ धोने के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से वर्ष 2008 में स्वीडन में विश्व हाथ धुलाई दिवस की शुरुआत की गई थी। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र सभा ने इसे मंजूरी दी थी।
हाथ धोने का अलग तरीका : मेडिसन विशेषज्ञ डा. अजय तिवारी ने बताया कि सिर्फ पानी से हाथ धो लेना ही बहुत नहीं होता। हाथ धोने का एक उचित तरीका होता है। जिसे अपनाए बिना हाथ धोने का कोई अर्थ नहीं होता। विशेषकर कोरोना के समय में हाथ धोने का महत्व और आवश्यकता ज्यादा बढ़ गई है। साबुन और पानी की मदद से हाथों को कम से 20 सेकंड तक धोना चाहिए। ऐसा नहीं कि दिन में केवल एक बार ऐसा करने से संक्रमण से बचा जा सकता है। कम से कम जितनी भी बार भोजन करते हैं कुछ भी खाते हैं तो उससे पहले हाथ धोना चाहिए। बडों के साथ—साथ बच्चों में यह आदत बचपन से डालने की जरूरत है। साथ ही बच्चों को हाथ धोने का सही तरीका भी सिखाना जरूरी है। लेकिन इसके पहले आवश्यक है कि बड़ों को हाथ धोने का उचित तरीका मालूम हो। हाथ धोने के बाद हाथों को साफ कपड़े से पोछना चाहिए। नहीं तो हाथ धोने का कोई अर्थ नहीं निकलेगा। शौच से आने के बाद, झाडू-पोछा करने के बाद, गमलों की सफाई और घर में पले पशुओं को छूने के बाद हाथों को अच्छे से धोना चाहिए।
Source;-“नईदुनिया”