11 अप्रैल 2023 | चुनाव आयोग ने तीन दलों का राष्ट्रीय पार्टी दर्जा छीन लिया है। सीपीआई और एनसीपी के अलावा पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस इन तीन पार्टियों में शामिल है। इस बीच चुनाव आयोग के आदेश पर टीएमसी की प्रतिक्रिया आई है। टीएमसी के सांसद सौगत रॉय ने कहा है कि इस फैसले का पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय दर्जा दिया है। इसके साथ ही देश में अब छह राष्ट्रीय पार्टियां हैं।
इससे भी पार हो जाएंगे, कोई फर्क नहीं: सौगत
सौगत रॉय ने चुनाव आयोग के आदेश पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, ‘तृणमूल कांग्रेस को बहुत सारी कठिनाइयों से पार होना पड़ है। इससे भी
हम पार हो जाएंगे। चुनाव आयोग का यह फैसला है। हमें जो करना है हम करते रहेंगे। इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हम अभी चुनाव आयोग के आदेश
पर ज्यादा कुछ बोलना नहीं चाहते हैं। बाद में बोलेंगे।’
तीन पार्टियों का छिना है राष्ट्रीय दर्जा
चुनाव आयोग ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोकदल (RLD), आंध्र प्रदेश में बीआरएस, मणिपुर में पीडीए, पुडुचेरी में पीएमके, पश्चिम बंगाल में आरएसपी और मिजोरम में एमपीसी का दर्जा भी छिन गया है। निर्वाचन आयोग ने कहा है कि हाल में नॉर्थ-ईस्ट के तीन राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में प्रदर्शन के आधार पर एनसीपी नगालैंड और टीएमसी को मेघालय में राज्य स्तर के दलों के रूप में मान्यता दी जा रही है। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय दल के रूप में मान्यता मिल गई है। देश में अब छह राष्ट्रीय पार्टियां हैं- बीजेपी, कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM), बहुजन समाज पार्टी (BSP), नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और आम आदमी पार्टी (AAP)।