इराक़ी सुरक्षाबलों ने कहा है कि राजधानी बग़दाद के ग्रीन ज़ोन इलाक़े में रविवार को अमरीकी राजनयिक और सैन्य जगहों को निशाना बनाकर दो रॉकेट हमले किया गए हैं.
इराक़ी सेना ने कहा है कि एक रॉकेट हमला बेहद सुरक्षा वाले ग्रीन ज़ोन में हुआ जहां अमरीकी दूतावास मौजूद है. वहीं दूसरा रॉकेट हमला बग़दाद के पास मौजूद ताजी सैन्य अड्डे को निशाना बना कर किया गया था जिसे नाकाम कर दिया गया है.
सेना के अनुसार रॉकेट ग्रीन ज़ोन से कुछ दूरी पर बने एक घर के पास गिरा जिसमें एक बच्चा घायल हुआ है और घर को नुक़सान पहुंचा है.
सेना ने एक बयान जारी कर कहा “उसी समय पर हमारे सुरक्षाबलों ने एक दूसरे रॉकेट हमले को नाकाम कर दिया और कत्यूशा रॉकेट और लॉन्चर को क़ब्ज़े में ले लिया. यह हमला उत्तरी बग़दाद में मौजूद ताजी सैन्य अड्डे को निशाना बनाकर किया गया था.”
इराक़ के ताजी सैन्य अड्डे में अमरीकी सैनिकों का ठिकाना है.
समाचार एजेंसी एएफ़पी के अनुसार अक्तूबर से लेकर अब तक इराक़ में अमरीकी राजनयिकों और सुरक्षाबलों पर तीन दर्जन से अधिक मिसाइल हमले हो चुके हैं. अमरीका ने इसके लिए ईरान समर्थित लड़ाकों को ज़िम्मेदार बताया है.
वहीं, समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया है कि अभी तक किसी भी ईरान समर्थित समूह ने इस हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है.
हाल में गिरफ़्तार हुए थे लड़ाके
हाल ही में इराक़ के शीर्ष सुरक्षाबलों ने बग़दाद के दक्षिण में कताएब हिज़बुल्लाह के मुख्यालय पर छापेमारी करके ईरान समर्थित एक दर्जन से अधिक लड़ाकों को गिरफ़्तार किया था.
कथित तौर पर ये लड़के बग़दाद के ग्रीन ज़ोन पर नए हमले की योजना बना रहा थे. ग्रीन ज़ोन में अमरीकी और दूसरे विदेशी दूतावास हैं. हालांकि, इनमें से कुछ को बाद में छोड़ दिया गया था.
इराक़ी सरकार के अधिकारियों ने लड़ाकों की गिरफ़्तारी पर कहा था कि यह भविष्य के हमले नाकाम करने के लिए एक ‘संदेश’ देगा.
अमरीकी दूतावास ने नाकाम किया हमला?
एक वरिष्ठ सुरक्षा सूत्र के मुताबिक, हमले की यह कोशिश तब की गई है जब अमरीकी दूतावास ने कुछ ही घंटों पहले सी-रैम नामक नए रॉकेट डिफ़ेंस सिस्टम का परीक्षण किया था.
सी-रैम दूतावास में इस साल की शुरुआत में लगाया गया था. यह आसमान के रास्ते आने वाले विस्फोटकों, रॉकेट और मिसाइल को स्कैन करता है और उन पर प्रति मिनट हज़ारों गोलियों से हमला करता है.
शनिवार को हुए परीक्षण में सी-रैम ने एक रॉकेट को हवा में ही मार गिराया था. हालांकि, दूतावास ने अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है कि इस रॉकेट को उनके सिस्टम ने ही मार गिराया था.
वहीं समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने एक पुलिस सूत्र के हवाले से कहा है कि इस रॉकेट हमले को दूतावास के सिस्टम ने पहले ही गिरा दिया था.
BBC