• May 17, 2024 11:42 pm

हिटलर ने आत्महत्या से पहले अपने कुत्ते को क्यों दिया था जहर? पढ़े तानाशाह के किस्से

जर्मनी का तानाशाह एडोल्फ हिटलर क्रूरता की ऐसी मिसाल था, जिसके बारे में जानकर किसी की भी रूह कांप जाए. जर्मनी के लोगों की खुद को सर्वश्रेष्ठ समझने की जिद और हिटलर द्वारा इसी बात का फायदा उठाने का नतीजा था दूसरा विश्व युद्ध, जिसने लाखों लोगों की जानें ले लीं. उसी हिटलर की तानाशाही का जब अंत हुआ तो ऐसा कि एक बंकर में अपनी प्रेमिका और करीबी सैनिकों के साथ खुदकुशी करनी पड़ी. जहर खिलाने से पहले अपने कुत्ते को खिलाया. उसी तानाशाह की पुण्यतिथि पर आइए जान लेते हैं पूरा किस्सा.

क्रूरता के लिए कुख्यात हिटलर का जन्म ऑस्ट्रिया में 20 अप्रैल 1889 को हुआ था. 17 साल की उम्र में हिटलर के सिर से पिता का साया उठ गया तो वह वियना चला गया, जहां पोस्टकार्डों पर चित्र बनाकर जीवन-यापन कर रहा था. यहीं पर उसके मन में साम्यवादियों और यहूदियों के खिलाफ घृणा पनपने लगी. बाद में हिटलर ने जर्मनी की ओर से पहले विश्व युद्ध में हिस्सा लिया.

इस युद्ध में जर्मनी की हार हुई और हिटलर ने सेना छोड़ दी. इसके बाद जर्मन वर्कर पार्टी का सदस्य बन गया, जो कालांतर में नाजी पार्टी के रूप में दुनिया के सामने आई. साल 1933 में हिटलर ने जर्मनी की सत्ता पर कब्जा कर लिया और यहूदियों के खिलाफ नस्लवाद को बढ़ावा देने लगा.

दुनिया को दूसरे विश्व युद्ध की आग में झोंका

पहले विश्व युद्ध में जर्मनी की करारी हार हुई थी. इसके बावजूद हिटलर ने कोई सबक नहीं लिया. जर्मनी के लोगों की सर्वश्रेष्ठ होने की मानसिकता और यहूदियों के खिलाफ नफरत का फायदा उठाने के लिए हिटलर किसी भी हद तक जाने को तैयार था. आखिरकार उसने जर्मनी का कब्जा बढ़ाने के लिए दूसरे देशों पर हमला शुरू कर दिया और देखते ही देखते दूसरा विश्व युद्ध शुरू हो गया. इससे पहले हिटलर ने तत्कालीन सोवियत संघ के शासक स्टालिन से समझौता किया था कि उन पर हमला नहीं करेगा. इसके बावजूद उसने रूस पर हमला कर दिया. यह उसकी सबसे बड़ी भूल साबित हुई.

सोवियत संघ पर हमला करना सबसे बड़ी भूल

पहले पोलैंड पर कब्जे के बाद जून 1941 में हिटलर ने सोवियत संघ पर हमला किया तो सोवियत संघ की सेना को भीषण नुकसान उठाना पड़ा. हिटलर के इस धोखे से स्टालिन तिलमिला उठा. वह किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थिति में था और हिटलर की सेनाएं मॉस्को तक पहुंच गईं. तब तक कई देश एकजुट हो चुके थे और हिटलर के खिलाफ लड़ रहे थे. आखिरकार स्टालिन ने खुद को तैयार किया और अपनी सेना को हिटलर का मुकाबला करने के लिए कहा.

जुलाई 1942 में रूस के स्टालिनग्राड शहर में रूसी सेनाओं ने हिटलर के खिलाफ मोर्चा खोला तो पीछे मुड़कर नहीं देखा. स्टालिन ने अपनी सेना से कह दिया था कि जवान एक कदम भी पीछे हटे तो उनको गोली मार दी जाएगी. बस फिर क्या था, सोवियत संघ की सेना जर्मनी के सैनिकों को खदेड़ते हुए बर्लिन तक पहुंच गईं. वहीं, अमेरिका की फौज भी हिटलर की तलाश में लगी थीं.

इसलिए कुत्ते को खिलाया था जहर

साल 1945 आते-आते रूस और अमेरिका की सेनाएं हिटलर के इतना नजदीक गईं कि उसे बर्लिन के पास एक बंकर में शरण लेनी पड़ी. यह बंकर जमीन से 50 फुट नीचे था. उसके साथ यहूदी प्रेमिका इवा ब्राउन भी थी. करीब एक महीना तक दोनों साथ रहे. फिर 29 अप्रैल 1945 को हिटलर और इवा ने अचानक शादी कर ली. 30 अप्रैल को हिटलर ने अपने अलशेसियन पालतू कुत्ते ब्लांडी और उसके पिल्लों को साइनाइड की एक-एक गोली खिला दी, जिससे पता चल सके कि जहर कितना घातक है.

कहा यह भी जाता है कि उसने अपने करीबी सैनिकों को भी जहर की गोलियां दीं और इवा के साथ कमरे में चला गया. थोड़ी ही देर बाद कमरे से गोली चलने की आवाज आई. सैनिक वहां पहुंचे तो हिटलर और इवा के शव पड़े थे. इवा ने साइनाइड खाकर खुदकुशी की थी. वहीं, हिटलर ने साइनाइड खाने के बाद खुद को गोली भी मार ली थी. इस तरह से दुनिया को युद्ध की आग में झोंक कर हिटलर ने खुद दुनिया को अलविदा कह दिया.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

source tv9 bharatvarsh

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