• July 5, 2024 9:47 pm

चीन का जहाज शी यान-6 का ‘मिशन श्रीलंका’ क्यों है भारत के लिए बड़ा खतरा?

अक्टूबर 3 2023 ! साल 2022 के नवंबर महीने में भारत बंगाल की खाड़ी में एक बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण करने वाला था. मिसाइल के टेस्टिंग के उस इलाके में नो-फ्लाई जोन की चेतावनी भी दी जा चुकी थी. लेकिन, उसी वक्त चीन ने अपने जासूसी जहाज युआन वांग-6 को हिंद महासागर क्षेत्र में उतार दिया. चीन के इस जहाज के कारण भारत को बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण की तारीख को कुछ दिनों के लिए आगे बढ़ाना पड़ा.

ठीक इसी के एक साल बाद यानी साल 2023 के अक्टूबर महीने में भारत बंगाल की खाड़ी में एक और मिसाइल का परिक्षण करने जा रहा है, 5 से 9 अक्टूबर तक लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट के लिए बंगाल की खाड़ी से हिंद महासागर तक नो फ्लाई जोन बनाए जाने की घोषणा की गई है. लेकिन, इस परीक्षण से पहले ही चीन ने अपने एक और जासूसी जहाज शी यान-6 को हिंद महासागर में उतार दिया है. फिलहाल मिल रही जानकारी के अनुसार यह जहाज हिन्द महासागर के बीचो-बीच 90 डिग्री पूर्वी देशांतर के रिज पर है और लगातार श्रीलंका की तरफ बढ़ रहा है.

एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 से अब तक यानी पिछले चार सालों में चीन ने लगभग 48 चीनी वैज्ञानिक अनुसंधान जहाजों को हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में तैनात किया है, जिसमें तैनाती का सामान्य क्षेत्र बंगाल की खाड़ी और दक्षिण के साथ- साथ फारस की खाड़ी की ओर अरब सागर है.

ऐसे में इस रिपोर्ट में जानेंगे कि चीन का जहाज शी यान- 6  का मिशन श्रीलंका भारत के लिए इतना खतरनाक क्यों है और यह चिंता कैसे बढ़ा रहा है.

शी यान 6 एक तथाकथित चीनी रिसर्च जहाज है. चीन के अनुसार उसका ये जहाज राष्ट्रीय जलीय संसाधन अनुसंधान और विकास एजेंसी (एनएआरए) के साथ शोध करता है. हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये चीन का एक जासूसी जहाज है.

शि यान 6 जहाज विज्ञान और शिक्षा के बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए चीन की 13वीं पंचवर्षीय योजना की एक प्रमुख परियोजना है. अपने उद्घाटन के दो साल बाद, जहाज ने 2022 में पूर्वी हिंद महासागर में अपनी पहली यात्रा सफलतापूर्वक की थी. श्रीलंका की रानिल विक्रमसिंघे सरकार ने अक्टूबर में कोलंबो बंदरगाह पर इस चीनी अनुसंधान पोत को खड़ा करने की अनुमति दी है.

हालांकि श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने इस जहाज के हिंद महासागर में उतरने के साथ ही कहा कि, ‘ श्रीलंका ने चीनी जहाज को अक्टूबर में अपने बंदरगाह पर रुकने की अनुमति नहीं दी है. इसे लेकर फिलहाल बातचीत जारी है.

उन्होंने कहा कि, ‘कोलंबो ने चीनी जहाज शी यान 6 को भारतीय सुरक्षा चिंताओं के कारण श्रीलंका की तरफ आने की अनुमति नहीं दी है. उन्होंने कहा कि भारतीय सुरक्षा संबंधी चिंताएं श्रीलंका के लिए महत्वपूर्ण हैं. इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि बातचीत चल रही है और अगर जहाज श्रीलंका की मानक संचालन प्रक्रियाओं का अनुपालन करता है, तो कोई समस्या नहीं होगी.’

इससे पहले श्रीलंका के डेली मिरर ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि चीन का खोजी जहाज अक्टूबर के महीने में श्रीलंका में रुक सकता है. भारत इस जहाज पर एक महीने से भी ज्यादा समय से कड़ी नजर रख रहा है. चीन का जासूसी जहाज 23 सितंबर को मलक्का जलडमरूमध्य से हिंद महासागर में पहुंचा और 10 सितंबर को यह होम पोर्ट गुआंगजौ से निकला और 14 सितंबर को सिंगापुर में देखा गया था.

सोर्स :-“ABP न्यूज़                                            

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