रायपुर , 21 अप्रैल। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने अधिकारियों को गंगा नदी के साथ लगे विभिन्न उद्योगों में ताजा जल के उपयोग और ताप विद्युत संयंत्रों, तेल शोधन केन्द्रों, रेलवे और अन्य उद्योगों में उपचारित व्यर्थ जल के पुर्नपयोग का अध्ययन करने के निर्देश दिये हैं।
नई दिल्ली में कल राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के सशक्त कार्यबल की 11वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए श्री शेखावत ने इस कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न तत्वों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने प्रयाग-यमुना, गंगा और उनकी सहायक नदियों के वास्तविक विश्लेषण मंच के लिए विभिन्न ऑनलाइन डेशबोर्ड के माध्यम से निगरानी परियोजनाओं और नदी जल की गुणवत्ता का उल्लेख किया। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री ने चाचा चौधरी के साथ, गंगा की बात कॉमिक श्रृंखला भी जारी की। श्री शेखावत ने स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन और आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय को स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण इलाकों में मिशन द्वारा चयनित लगभग दो हजार नालों को स्वच्छ बनाने की सम्पूर्ण रणनीति तैयार करने के निर्देश भी दिये।