• July 4, 2024 9:18 pm

15 साल पुराना रिकॉर्ड जला, अलमारियों में ही राख बन गया; प्रदेश के उद्योगों से जुड़ी थीं फाइलें

08 अप्रैल 2022 | राजधानी भोपाल के जेल पहाड़ी स्थित उद्यमिता भवन में MPIDC (एमपी इंस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड) के हेड ऑफिस में लगी आग से सबकुछ तबाह हो गया। करीब 15 साल पुराना रिकॉर्ड भी जला। अनेक फाइलें तो अलमारियों में रखे ही राख बन गईं। ये उद्योग से जुड़ी फाइलें थीं। इसके अलावा एसी, कम्प्यूटर, सीसीटीवी कैमरे समेत कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी जल गई। आग लगने की वजह फिलहाल सामने नहीं आई है। पुलिस के अलावा विभागीय स्तर पर भी जांच करवाई जा रही है।

उद्यमिता भवन में कई साल से MPIDC का हेड ऑफिस संचालित हो रहा है। भवन के पीछे ही एमपीआईडीसी की नई बिल्डिंग बन रही है। उसमें शिफ्ट होने से पहले ऑफिस में आग लगना कई शंकाओं को जन्म दे रहा है। हालांकि, अफसर जांच के बाद ही कुछ कहने की बात कह रहे हैं। MD जॉन टिंसली ने बताया, आग से पूरा रिकॉर्ड जल गया है। पुलिस जांच कर रही है। विभाग भी पता लगा रहा है कि आग कैसी लगी?

उद्योगों से जुड़ी फाइलें भी स्वाह
आग को करीब 3 घंटे बाद काबू में ले लिया गया, लेकिन अलमारियों में फाइलें सुलग रही है। वह हिस्सा पूरी तरह से जल गया, जहां पर प्रदेशभर के उद्योगों से जुड़ी फाइलें रखी हुई थीं। आग बिल्डिंग के दूसरे हिस्से में भी पहुंच गई थी, लेकिन दमकलकर्मियों ने समय रहते उस पर काबू पा लिया।

एमपीआईडीसी के ऑफिस में आग लगने के बाद निकलता धुआं।

एमपीआईडीसी के ऑफिस में आग लगने के बाद निकलता धुआं।

ये काम एमपीआईडीसी
एमपीआईडीसी मंडीदीप, पीथमपुर जैसे बड़े 87 उद्योगों को डेवलप करने, उद्योग लगवाने, नए उद्योग विकसित करने, पॉलिसी बनाने आदि काम करता है। कई जरूरी फाइलें अलमारियों में रखी हुई थी, जो उसके अंदर ही जल गईं। ऑफिस के मेन गेट पर CCTV कैमरा लगा है। वह भी आग में जल गया। कर्मचारियों ने बताया, गुरुवार को ऑफिस में बिजली का काम चल रहा है। इस कारण दिनभर बिजली नहीं थी। शाम 6 बजे ही बिजली सप्लाई बहाल हुई थी।

ऑफिस के दूसरे हिस्से में भी आग पहुंच गई थी, लेकिन दमकलकर्मियों ने उस पर काबू पा लिया। इससे यह हिस्सा ज्यादा नहीं जला।

ऑफिस के दूसरे हिस्से में भी आग पहुंच गई थी, लेकिन दमकलकर्मियों ने उस पर काबू पा लिया। इससे यह हिस्सा ज्यादा नहीं जला।

भीतर जाने पर रोक
आग बुझाने के बाद ऑफिस के गेट को लॉक कर दिया गया। किसी को भी भीतर नहीं जाने दिया जा रहा है।

Source :- “दैनिक भास्कर”

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