16 अप्रैल 2022 | प्रयागराज में पांच दिन में डाक्टरों की टीम ने दो बड़े ऑपरेशन कर दोनों मरीजों को नया जीवनदान दिया है। दोनों मरीजाें के पेट में 20 और 25 किलोग्राम का खतरनाक ट्यूमर था। जिससे कैंसर सर्जन डॉ. राजुल अभिषेक व उनकी टीम ने लगातार आठ घंटे तक ऑपरेशन के बाद दोनों मरीजों की जान बचाने में सफल हुए।
इन मरीजों में एक 62 साल की महिला थी और दूसरे मरीज की उम्र करीब 30 साल थी। दोनों मरीजों का इलाज आदर्श हास्पिटल में चल रहा है। डाक्टरों के मुताबिक, अब यह दोनों मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
ट्यूमर के जरिए शरीर में पहुंच रहा था कैंसर
शांति देवी (परिवर्तित नाम) की उम्र करीब 62 वर्ष है। वह पिछले कुछ सालों से बीमार थी। पेट में दिक्कत बढ़ी तो उसने कुछ डाक्टराें को दिखाया। सभी ने आश्वासन दिया कि इसे दवा से ही ठीक कर देंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं और ट्यूमर बढ़ता गया और वह 25 किग्रा का हो गया।
पिछले सप्ताह मरीज कैंसर सर्जन डॉ. राजुल के पास पहुंची तो उन्होंने आपरेशन की सलाह दी और टीम को तैयार किया। करीब पांच घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद उनका ट्यूमर निकाला गया। उसमें कैंसर के भी लक्षण आ चुके थे।
मरीज के जान जाने का भी था खतरा
डॉ. राजुल ने बताया कि दूसरा मरीज की उम्र करीब 35 साल है। वह हंडिया क्षेत्र का रहने वाला है। उसके पेट में भी बड़ा ट्यूमर बन गया था। उसका पेट बहुत ज्यादा फूल गया था और वह उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी। उसके पेट के अंदर 20 किग्रा. से ज्यादा भारी ट्यूमर बन गया था।
ट्यूमर विकराल रूप लेता जा रहा था। 11 अप्रैल को उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। शरीर की जांच करने के बाद 15 अप्रैल को उसका ऑपरेशन किया गया। लगातार डाक्टरों ने आठ घंटे तक ऑपरेशन किया और सफलता भी मिली। डाक्टर बताते हैं कि इस स्थिति में मरीज के जान जाने का भी खतरा बढ़ जाता है लेकिन मरीज अब स्वस्थ है।
ऑपरेशन थियेटर में डॉ. राजुल के साथ डॉ. शिवेंदु ओझा, डॉ. आशीष पांडेय, डॉ. अरूण शर्मा, सोनू शर्मा, नरेंद्र प्रताप केसरवानी व संजीव केसरवानी ने भी सहयोग किया।
Source;- ‘’दैनिक भास्कर’