हादसे से पहले फैक्ट्री में भीषण आग लगी थी. उसके बाद जोरदार धमाका हुआ फिर आसमान में धुआं और धूल का गुबार छा गया. जो लोग घरों में थे वह समझे मौसम खराब हुआ है. बिजली कड़क रही है लेकिन जब बाहर आकर देखा तो कलेजा मुंह को आ गया. फैक्ट्री के पास अफरा-तफरी मची हुई थी. फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों के मानव अंग कई फीट दूर तक बिखरे पड़े थे.
उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में रविवार को पटाखा फैक्ट्री के अंदर हुए विस्फोट में 7 लोगों की जान चली गई. हादसे में फैक्ट्री मालिक की भी मौत हुई है. जिस स्थान पर हादसा हुआ उसके कई मीटर दूर तक मलबा बिखरा हुआ है. लोग अभी भी बदहवाश हालात में हैं. जिन लोगों ने हादसे को नजदीक से देखा है वह सदमे में हैं. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जब हादसा हुआ तब मंजर बहुत ही भयावह था.
हादसे में प्रशासन की बड़ी लापरवाही भी सामने आई है. 5 साल पहले भी इस फैक्ट्री में हादसा हुआ था जिसमें 3 लोगों की जान चली गई थी. उस वक्त फैक्ट्री आबादी के बीच थी. बाद में फैक्ट्री शहर से बाहर बनाई गई लेकिन इसमें भी सुरक्षा मानकों को धता बताकर एक स्कूल से मात्र 100 मीटर पर बनाया गया. गनीमत रही कि रविवार होने के कारण स्कूल बंद था अगर छुट्टी न होती तो हादसा बड़ा रूप ले सकता था. अहम सवाल यह है कि आखिर नियमों की धज्जियां उड़ाकर यह फैक्ट्री कैसे संचालित की जा रही थी. अभी फिलहाल हादसे की जांच की जा रही है.
तेज धमाकों के साथ आसमान में छा गया धुआं का गुब्बारा
कौशांबी जिले के चायल तहसील की भरवारी नगर पालिका के वार्ड 17 में स्थित पटाखा फैक्ट्री में जब आग लगी तब सुबह का वक्त था. लोग सो कर उठे थे लेकिन फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारी समय से वहां पहुंच गए थे. स्थानीय लोगों के अनुसार, अचानक से तेज आवाजे गूंज रहीं थीं. एक बार को लगा कि मौसम खराब हुआ है. बादल गरज रहे हैं, लेकिन जब बाहर आए तो धुआं का गुब्बारा आसमान में दिखाई दिया. यह देखकर सभी लोग डर गए.
सोर्स :- ” TV9 भारतवर्ष “