• April 28, 2024 9:16 am

3 साल में लगातार 7 फ्लॉप फिल्में, फिर एक चमत्कार और पलट गई अजय देवगन की किस्मत

बॉलीवुड इंडस्ट्री के लगभग हर सितारे ने अपने फिल्मी करियर के दौरान फ्लॉप फिल्मों का स्वाद चखा है. इस लिस्ट में एक नाम अजय देवगन का भी है. अजय ने अपने करियर में हिट से ज्यादा फ्लॉप फिल्में दर्शकों के सामने परोसी हैं. एक वक्त तो ऐसा भी था जब अजय की एक साथ 7-7 फिल्में फ्लॉप हो गई थीं.

ये हीरो कैसे बन सकता है? ऐसी शक्ल वाला एक्टर कैसे हो सकता है? ये वो बातें हैं जो फिल्मों में कदम रखने से पहले अजय देवगन ने कई दफा सुनी या यूं कहें उन्हें जान-बूझकर सुनाई गईं. लेकिन अजय देवगन को हीरो बनना था. एक्शन डायरेक्टर वीरु देवगन के बेटे विशाल वीरू देवगन ने फिल्मों में आने के लिए पहले तो अपना नाम बदला. विशाल से अजय बनकर उन्होंने हिंदी सिनेमा में कदम रखा. अजय की किस्मत ने शुरुआत से ही उनका पूरा-पूरा साथ दिया है. फिल्म फूल और कांटे से साल 1991 में अजय ने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था. रिलीज के साथ ही एक्टर की ये फिल्म सिनेमाघरों में छा गई थी.

अब पहली फिल्म हिट हुई तो अजय का खुद पर विश्वास और बढ़ गया. उन्होंने अपनी दूसरी फिल्म अगले ही साल में रिलीज कर दी. कमाल की बात ये है कि अजय देवगन की दूसरी फिल्म भी हिट साबित हुई. अब तक तो अजय के फिल्मी करियर के साथ सब अच्छा-अच्छ हो रहा था. अगले ही साल यानी 1993 में अजय को पहला झटका लगा. उनकी फिल्म बेदर्दी सिनेमाघरों में बुरी तरह से पिट गई. हालांकि इसके बाद उनकी कुछ और फिल्में आईं जैसे सुहाग, विजयपथ और नाजायज़, लेकिन इन सभी फिल्मों को ठीक-ठाक वाली कैटेगरी में रखा गया.

लेकिन असली बुरा वक्त तो तब आया, जब अजय देवगन ने 3 साल के अंदर एक के बाद एक 7 फिल्में फ्लॉप दीं. ये दौर 1999 से 2001 तक रहा. इस दौरान अजय की 7 फिल्मों ने थिएटर में अपनी किस्मत आजमाई और सारी की सारी पिक्चर पिट गईं. साल 1999 में अजय की फिल्म गैर आई. इस फिल्म को 3.50 करोड़ की लागत के साथ बनाया गया था. लेकिन मेकर्स इस पिक्चर से अपना बजट तक भी नहीं निकाल पाए. फिल्म तक्षक भी इसी साल रिलीज हुई थी और इस फिल्म ने मेकर्स के 6.50 करोड़ रुपये डुबो दिए थे.

मेकर्स को लगा करोड़ों का चूना

साल 2000 में अजय की दो फिल्मों ने थिएटर में दस्तक दी. फिल्म दीवाने और राजू जाजा. इन फिल्मों से मेकर्स को काफी उम्मीदें थी. लेकिन इनका हाल भी पिछली दो फिल्मों जैसा ही रहा. फिल्म दीवाने ने जहां 8.50 करोड़ तो वहीं फिल्म राजू चाचा ने मेकर्स के 25 करोड़ रुपये बर्बाद करवा दिए थे. दोनों ही फिल्में अपनी लागत निकालने में नाकामयाब रही थीं. साल 2001 में अजय की 3 फिल्में आईं. ये रास्ते हैं प्यार के, लज्जा और तेरा मेरा साथ रहें इन फिल्मों ने भी मेकर्स को करोड़ों का चूना लगा दिया.

 

इस फिल्म की फ्रेंचाइजी नें संवारा करियर

इतना ही नहीं साल 2004 से 2005 के बीच अजय ने एक बार फिर से बैक-टू-बैक 6 फिल्मों के जरिए मेकर्स का करोड़ों का नुकसान करवाया. साल 2006 से 2008 के बीच भी अजय की 7 फिल्में एक के बाद एक फ्लॉप हुईं. हालांकि बीच-बीच में अजय ने कुछ हिट फिल्में भी दी. लेकिन अजय ने साल 2006 में एक ऐसी फिल्म पकड़ी, जिसके हर पार्ट ने उन्हें खुश कर दिया. ये फिल्म थी गोलमाल फन अनलीमिटिड. बैक-टू-बैक कई फ्लॉप और कुछ एवरेज फिल्म देने के बाद उनकी ये पिक्चर हिट साबित हुई. कमाल की बात तो ये भी है कि गोलमाल फ्रेंचाइजी के सारे पार्ट्स हिट और सुपरहिट ही रहे हैं. गोलमाल फ्रेंचाइजी के 4 पार्ट्स बन चुके हैं और अब दर्शकों को गोलमाल 5 का इंतजारहै.

 

 

 

 

 

 

 

 

Source tv9 bharatvarsh

 

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