राउरकेला : भोजन का स्वाद बढ़ाने के लिए हम टमाटर का उपयोग करते हैं। टमाटर आमतौर पर लाल रंग का होता है। राउरकेला बाजार में अब काले टमाटर उपलब्ध हैं। हैरान करने वाला, लेकिन यह सच है। काले रंग के टमाटर विशेष रूप से आस्ट्रेलिया और यूरोप में उत्पादित किए जाते हैं। विदेशी लोग इस रंग के टमाटर खाना पसंद करते हैं। दोनों देशों में हजारों क्विंटल काले टमाटर का उत्पादन होता है।
झारखंड की सीमा से लगे रामगढ़ जिले में उक्त टमाटर की खेती शुरू हो गई है। चूंकि उक्त टमाटर की मांग ज्यादा होने के कारण वर्तमान सैकड़ों किसानों ने इसे अपना व्यापार बना लिया है। जिससे वे अच्छा पैसा भी कमा रहे है। इस प्रजाति के टमाटर के बीज भारत नहीं बल्कि आस्ट्रेलिया और यूरोप में पाए जाते हैं। किसानों ने ऑनलाइन इसे मंगाया है। शहरवासी भी बड़ी दिलचस्पी से इसकी खरीदारी कर रहे हैं। यह देखते हुए व्यापारी भी किसानों को अधिक से अधिक ऑर्डर दे चुके है। उक्त टमाटर का बाहरी भाग काला होता है, जबकि अंदर का भाग पूरी तरह से लाल होता है। इसका स्वाद मीठा और नमकीन होता है। इसलिए लोग इसे कच्चा खाना बेहद पसंद करते हैं।
टमाटर की यह प्रजाति प्रत्येक वर्ष जनवरी में लगाई जाती है।
आमतौर पर तीन महीने में टमाटर का उत्पादन होता है। काले टमाटर के उत्पादन में चार महीने लगते हैं। इसकी खेती लाल टमाटर की तरह ही की जाती है। काले टमाटर कई बीमारियों के लिए अच्छे होते हैं। खासकर डायबिटीज, कैंसर के साथ आंखों के लिए फायदेमंद है। विटामिन ए और विटामिन सी भी शरीर के लिए पूरा करने में मददगार होता हैं। उच्च रक्तचाप के लिए बहुत फायदेमंद है। इन सभी गुणों के साथ, कुछ व्यापारियों का कहना है कि काले टमाटर को आने वाले दिनों में झारखंड, राउरकेला नहीं बल्कि अन्य शहरों में भेजा जाएगा।