20 अक्टूबर 2021 | दुर्गा पूजा बीते तीन दिन हो गए, पर तालाब प्रतिमाओं के अवशेष से पटे पड़े हैं, जबकि नगर आयुक्त ने विसर्जन के 24 घंटे के अंदर सफाई का निर्देश दिया था। दैनिक भास्कर ने मंगलवार को प्रमुख तालाबों की पड़ताल की, तो सभी के हालात एक जैसे दिखे। कई तालाबों की सफाई तो सालभर से नहीं हुई है। नगर निगम ने बरियातू के जोड़ा तालाब के सौंदर्यीकरण पर एक करोड़ रुपए खर्च किए, फिर भी स्थिति बदतर है। ऐसी ही स्थिति रिम्स कैंपस से सटे टुनकी टोला तालाब की है।
इस पर भी 70 लाख रुपए खर्च कर किए गए हैं, लेकिन आज यहां खड़ा होना भी मुश्किल है। अधिकतर तालाबों की यही स्थिति है। यदि जल्द सफाई अभियान शुरू नहीं हुआ, तो इस बार छठ घाटों पर जाने की छूट मिली भी तो व्रती गंदगी देखकर नहीं जाएंगे।
कृत्रिम घाट बनाने की मांग
पार्षदों ने कोरोना को देखते हुए छठ के लिए सभी वार्डों में कृत्रिम घाट बनाने की मांग की है। पार्षद अरुण झा ने बताया कि कृत्रिम छठ घाट से व्रतियों को काफी सुविधा होगी।
छठ तक नियमित सफाई होगी
दिवाली से पहले सभी तालाब हर हाल में साफ होंगे। काली पूजा के बाद तालाबों की नियमित सफाई होगी। मैं खुद घाटों का जायजा लूंगा।
Source :- दैनिक भास्कर