9 जून 2023 ! शिरोमणि अकाली दल के जनरल सेक्रेटरी परमबंस सिंह रोमाणा ने कहा है कि पंजाब विश्वविद्यालय के साथ अपने काॅलेजों को संबद्ध करने के हरियाणा के कदम को यूनिवर्सिटी पर नियंत्रण करने और पंजाब के अद्वितीय इतिहास और संस्कृति को कमजोर करने के लिए भाजपा-आरएसएस की चाल करार दिया है।
पार्टी दफ्तर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अकाली नेता ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को पंजाब विश्वविद्यालय की स्वायतता छीनने और चंडीगढ़ पर पंजाब के अधिकार को कमजोर करने के लिए भाजपा के साथ मिलीभगत करने के लिए कड़ी निंदा की है।
मुख्यमंत्री ने पंजाब विश्वविद्यालय के संबंध में राज्यपाल द्वारा बुलाई गई मीटिंग में हरियाणा के मुख्यमंत्री की उपस्थिति पर आपत्ति नहीं जताई, जबकि यह जानते हुए कि 1978 में यूनिवर्सिटी से अपने काॅलेजों की स्वैच्छिक अस्वीकृति के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी में हरियाणा की कोई हिस्सेदारी नहीं है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाब के राज्यपाल के सुझावों पर मूकदर्शक बने रहे, जिन्होंने जोर देकर कहा कि हरियाणा के काॅलेजों को पीयू से मान्यता दी जानी चाहिए। रोमाणा ने कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी देश की एकमात्र स्वायत्त यूनिवर्सिटी है, जिसमें सीनेट और सिंडिकेट में लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित निकाय थे।
उन्होने कहा, ‘‘अब हरियाणा के महाविद्यालयों को पीयू से मान्यता देना वर्तमान कदम का मकसद भाजपा-आर एस एस गठबंधन के प्रति वफादार हरियाणा के प्रतिनिधियों को सीनेट और सिंडिकेट में लाना तथा साथ ही आरएसएस की विचारधारा के प्रति सहानुभूति रखने वाले शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्ति करना है।
सोर्स :– ” जागरण ”