• May 6, 2024 8:25 am

छत्तीसगढ़- केंद्र से चार हजार शिक्षकों को मिला 16 करोड़ रुपये मेहनताना, राशि दबाकर बैठा शिक्षा विभाग

1 फरवरी2022 | दो साल से राशि के लिए भटक रहे शिक्षक और व्याख्याता, संघ ने जताई आपत्ति।

संदीप तिवारी, रायपुर(नईदुनिया)। केंद्र सरकार ने प्रदेश के चार हजार शिक्षकों को बतौर पारिश्रमिक राशि के रूप में 16 करोड़ 21 लाख रुपये जारी किया है। इसे शिक्षकों को वितरित न करके राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ने अपने खाते में रख लिया है। नतीजा यह हो रहा है कि शिक्षकों को पारिश्रमिक के लिए दो साल से भटकना पड़ रहा है।

बता दें कि केंद्र सरकार ने दो साल पहले राज्य केे प्राइमरी-मिडिल स्कूलों में शिक्षण कार्य करने वाले 55 हजार अप्रशिक्षित शिक्षकों को डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन) कोर्स कराया था। नेशनल इंस्टीट्यूट आफ ओपन स्कूलिंग (एनआइओएस) ने इसके लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद छत्तीसगढ़ को नोडल नियुक्त किया था। इस कोर्स के लिए 621 डीएलएड अध्ययन केंद्रों में चार हजार से अधिक शिक्षकों ने सेवाएं दीं थी। केंद्र सरकार ने मेहनताना देने के लिए 16 करोड़ 21 लाख रुपये परिषद के खाते में डाल दिया है। मगर, परिषद ने इन शिक्षिकों को आज तक भुगतान नहीं किया है।

परिषद के अधिकारियों का कहना है कि जिला शिक्षा अधिकारियों से मामले में पहले दस्तावेजों की पड़ताल कर रहे हैं इसके बाद ही भुगतान किया जाएगा। वहीं एनआइओएस के क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि हमने दस्तावेज को पड़ताल करके ही परिषद को भुगतान किया है।

केंद्र सरकार ने कराया था डीएलएड कोर्स

केंद्र सरकार ने दो साल पहले साल 2017-18 और 2018-19 तक सभी शिक्षकाें को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा था। इसके तहत देशभर 12 लाख 50 हजार शिक्षकों ने कोर्स में पंजीयन किया था। इसमें छत्तीसगढ़ से 55 हजार अप्रशिक्षित शिक्षक शामिल हुए थे।

इसलिए डीएलएड है अनिवार्य

एनसीटीई यानी नेशनल काउंसिल फार टीचर एजुकेशन के गाइडलाइन के अनुसार 12वीं के बाद शिक्षक बनने के लिए प्राथमिक योग्यता में डीएलएड कोर्स अनिवार्य है। इसके साथ-साथ शिक्षक पात्रता परीक्षा भी जरूरी है।

दिया जाएगा मानदेय

एनआइओएस से कराए गए डीएलएड कोर्स में ड्यूटी करने वाले शिक्षकों को मानदेय दिया जाएगा। इसके पहले परीक्षण कराना जरूरी है। – राजेश सिंह राणा, संचालक, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद

परिषद को कर दिया गया है भुगतान

एनआइओएस की ओर से ब्रिज कोर्स और डीएलएड कोर्स के शत-प्रतिशत मानदेय का भुगतान परिषद को कर दिया गया है। हमने दस्तावेजों का परीक्षण कराया था।

– डा. चुन्नी प्रसाद, क्षेत्रीय निदेशक, एनआइओएस, छत्तीसगढ़

व्याख्याता संघ दो साल से कर रहा प्रयास

छत्तीसगढ़ व्याख्याता संघ पिछले दो साल से शिक्षकों का मेहनताना दिलाने के लिए प्रयास कर रहा है। इसमें अब परीक्षण करने की आवश्यकता नहीं है। यह राशि तत्काल रिलीज करनी चाहिए।

– राकेश शर्मा, प्रांताध्यक्ष, छत्तीसगढ़ व्याख्याता संघ

फैक्ट फाइल

621 डीएलएड अध्ययन केंद्रों में चला था डीएलएड कोर्स

2017-18 और 2018-19 सत्र में हुई थी पढ़ाई

55 हजार अप्रशिक्षित शिक्षकों को किया गया था प्रशिक्षित

12 लाख 50 हजार शिक्षकों ने देशभर से कोर्स में कराया था पंजीयन

04 हजार से अधिक शिक्षकों को नहीं मिला मेहनताना

Source;-“नईदुनिया”

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