17 अप्रैल 2023 | कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा 13 अप्रैल को छत्तीसगढ़ दौरे पर आ रही है. इस अवसर को खास बनाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक एक नई योजना का शुभारंभ करेंगे. जगदलपुर में आयोजित भरोसे के सम्मेलन में मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना का शुभारंभ करेंगे. इस योजना के तहत आदिवासी पर्व और त्योहारों के गरिमामय आयोजन के लिए राज्य सरकार की तरफ से ग्राम पंचायतों को अनुदान दिया जाएगा.
दरअसल 13 अप्रैल को जगदलपुर में भरोसे के सम्मेलन में प्रदेशभर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका शामिल हो रही है. इसी दौरान मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना का शुभारंभ किया जाएगा. इसके साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बस्तर संभाग की 1840 ग्राम पंचायतों को योजना की पहली किस्त के रूप में 5-5 हजार रुपए की राशि जारी करेंगे. इसके लिए जगदलपुर में बड़े स्तर में आयोजन की तैयारी की जा रही है.
हर साल पारंपरिक त्यौहार के लिए मिलेगा 10 हजार रुपए
राज्य सरकार की तरफ से बताया गया है कि मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना के तहत अनुसूचित क्षेत्र के ग्रामों में जनजातियों के उत्सवों, त्यौहारों के मेला, मड़ई, जात्रा पर्व, सरना पूजा, देवगुड़ी, नवाखाई, छेरछेरा, अक्ती, हरेली आदि उत्सवों, त्यौहारों, संस्कृति को संरक्षित करने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत को हर साल 10 हजार रुपए की अनुदान राशि दो किश्तों में जारी की जाएगी.
इस साल बजट में 5 करोड़ रुपए का है प्रावधान
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर आदिवासी समाज की संस्कृति और पर्वों की परम्परा के संरक्षण के लिए ’मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना’ की घोषणा की थी. इसके बाद इस साल के बजट सत्र में इस योजना के लिए 5 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है. यह योजना छत्तीसगढ़ के समस्त अनुसूचित क्षेत्र (अनुसूचित जनजाति विकासखण्ड) में लागू होगी.
योजना के लिए इन लोगों की होगी बड़ी भूमिका इस योजना के क्रियान्वयन के लिए नोडल एजेंसी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत होंगे. योजना की इकाई ग्राम पंचायत के संबंधित गांव होंगे.इसके अलावा ग्राम स्तरीय शासी निकाय और अनुभाग स्तरीय शासी निकाय का गठन किया जाएगा. निकाय का स्वरूप इस प्रकार से होगा. ग्राम स्तरीय शासी निकाय में संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच अध्यक्ष होंगे. गायक, पुजारी, सिरहा, गुनिया, बैगा सदस्य होंगे. ग्राम स्तरीय शासी निकाय में ग्राम के दो बुजुर्ग, दो महिला, ग्राम कोटवार, पटेल और ग्राम पंचायत के सचिव सदस्य होंगे.
कैसे होगी योजना के पैसों का इस्तेमाल
जनपद स्तरीय शासी निकाय में अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व अध्यक्ष होंगे और मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत इसके सदस्य सचिव होंगे. जनपद स्तरीय शासी निकाय में जनपद पंचायत के अध्यक्ष, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, तहसीलदार सदस्य होंगे. ग्राम में कौन-कौन से त्यौहारों में इस राशि का उपयोग किया जाना है इसका निर्धारण ग्राम स्तरीय समिति द्वारा किया जाएगा. जनपद स्तर पर इस योजना के क्रियान्वयन के निगरानी और समन्वय के लिए जनपद स्तरीय शासी निकाय जिम्मेदार होगी.
सोर्स :-“ABP न्यूज़“