17 अप्रैल 2023 | छात्र संगठन एआईडीएसओ बिलासपुर जिला कमेटी के ओर से शासकीय जेपी वर्मा कॉलेज के खेल मैदान को बचाने के लिए लगातार मुहिम चलाई जा रही है। इस मुहिम को आगे बढ़ाते हुए अंबेडकर भवन जरहभाठा बिलासपुर में नागरिक कन्वेंशन आयोजित किया गया था। मैदान को बचाने के लिए रणनीति बनाई गई।
इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता एआईडीएसओ छत्तीसगढ़ राज्य अध्यक्ष जतिन साहू, वक्ता डॉक्टर प्रकाश खरे , बिलासपुर जिला अध्यक्ष संतु खंटवा एवं जिला सचिव बृजलाल दीवान उपस्थित थे। साथ ही इस कार्यक्रम में लगभग 50 से अधिक छात्र-छात्राएं, शिक्षा प्रेमी, एवं आम नागरिक उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता ने कहा कि जब किसी कॉलेज का मैदान बिक रहा हो इसका मतलब है कि कॉलेज का ह्रदय बिक रहा है और जब कॉलेज का ह्रदय बिक रहा है तो कॉलेज ही बिक रहा है।कोई भी कॉलेज का सबसे प्रमुख अंग खेल मैदान होता है और खेल मैदान से ही कॉलेज का अस्तित्व होता है।
क्योंकि कॉलेज के छात्र छात्राएं खेल मैदान में खेल,प्रैक्टिकल एवं खेल प्रतियोगिता जैसे प्रतियोगिताए करते रहते हैं और इसके जरिए छात्र-छात्राएं अपने मानसिक और शारीरिक विकास करते हैं जिससे छात्र छात्राएं सेहत में एवं मन में तार्किक होते हैं।
हम खेल मैदान बचाने के साथ-साथ कॉलेज भी बचा रहे हैं और कॉलेज को बचा रहे हैं इसका मतलब है कि हम शिक्षा जगत को बचा रहे हैं आप सभी आम नागरिकों एवं शिक्षा प्रेमियों से अनुरोध है कि हमारे इस आंदोलन में आप सभी को एकजुट होकर खेल मैदान को बचाने के लिए संघर्ष करना होगा।
महापुरुषों का कथन की हम सही नौजवान उसे कहते हैं जिसमें मर्यादा बहुत हो संघर्ष करने का तेज हो एवं अन्याय के खिलाफ लड़ने का संघर्ष हो साथियों आप सभी को अपने नीति नेतृत्व मानव मूल्य बोध इंसानियत को रक्षा करने के लिए अपने खेल मैदान को बचाने के लिए लड़ने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है क्योंकि आज हम देख रहे हैं आज मैदान बेच रही है।
और कल कॉलेज भी नीलाम की स्थिति आ जायेगी , क्योंकि सरकार का शिक्षा को निजी करण करने का यह पहला कदम है और हम यह पहला कदम को ही नहीं रोकेंगे तो मतलब है कि हम उस निजी करण का समर्थन करते हैं। इसीलिए आप सभी आम नागरिकों को छात्र छात्राओं को एवं शिक्षा प्रेमियों को इस शिक्षा का निजीकरण करने वाले पहले कदम को ही हमको विरोध करना होगा तब जाकर हम आने वाले समय में हम सही मायने में शिक्षा को बचा पाएंगे।
क्योंकि सरकार देख रही है कि इन छोटे-छोटे मैदान नीलामी करके ही लोगों की जागरूकता एवं निति नैतिकता इंसानियत एवं मानव मूल्य बोध का जांच कर रही है और वह देख रही है कि जनता कितना जागरूकता है। हमें सरकार को दिखाना होगा कि हम आम नागरिक, शिक्षा प्रेमी, छात्र-छात्राएं, कितना जागरूक हैं।
आज हमें इस खेल मैदान को बचाने के लिए हमें जो आंदोलन कर रहे है वह हम आगे भी करते ही रहेंगे। जब तक शिक्षा संबंधित तमाम समस्याएं हल नही हो जाती , इन्ही बातो के साथ खेल मैदान बचाने की लड़ाई डीएसओ छात्र संगठन और मैदान बचाओ नागरिक समिति द्वारा चलाते रहेंगे की बात कही गई।
सोर्स :-“नईदुनिया”