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Covid-19 pandemic- कब मिलेगी दुनिया को कोरोना से मुक्ति? डब्लूएचओ ने किया स्पष्ट, इस खतरे को भी लेकर किया सचेत

ByPrompt Times

Jan 20, 2022 ##COVID-19, ##who

20 जनवरी 2022 | पूरी दुनिया इस समय कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण के कारण परेशान है। कोरोना का बेहद संक्रामक माने जाने वाला यह वैरिएंट भारत के लिए भी गंभीर समस्या का कारण बना हुआ है। पिछले एक महीने के भीतर ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण रोजाना संक्रमण के मामलों में भारी उछाल देखने को मिला है। लगभग दो साल से कोरोना के कारण परेशान लोगों के मन में इस समय सिर्फ एक ही बात चल रही है कि आखिर इस समस्या से दुनिया को छुटकारा कब मिल पाएगा? हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने राहत भरी जानकारी देते हुए संकेत दिए थे कि समय के साथ कोरोना का वायरस कमजोर होता जा रहा है, ऐसे में आने वाले वर्षों में कोरोना भी इन्फ्लूयंजा वायरस की तरह ही रह जाएगा। हालांकि इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख डॉ टेड्रोस अधनोम घेब्रेसियस ने जो बातें कही हैं वह निश्चित ही डराने वाली हैं।

डब्लूएचओ की एक मीटिंग में डॉ टेड्रोस ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर दुनियाभर के लोगों अलर्ट रहने की आवश्यकता है। आने वाले वर्षों में कोरोना के और भी वैरिएंट्स सामने आ सकते हैं, ओमिक्रॉन को आखिरी नहीं माना जा सकता है। हमें लगातार इस बारे में अलर्ट रहने की आवश्यकता है। आइए आगे की स्लाइडों में इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

क्या कहता है डब्ल्यूएचओ?
डब्ल्यूएचओ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ओमिक्रॉन दुनियाभर के लिए बड़ा खतरा बना हुआ है। जिस तरह से वैश्विक स्तर पर इसका उच्च स्तरीय संक्रमण देखने को मिल रहा है, ऐसे में आने वाले समय में वायरस में म्यूटेशन के साथ नए वैरिएंट्स के सामने आने का खतरा बना हुआ है। ऐसे में हमें फिलहाल सुरक्षात्मक उपायों का पालन करते हुए वायरस से मुकाबले के जरूरत है साथ ही आगे के लिए भी तैयार रहना होगा। 

ओमिक्रॉन को आखिरी समझने की गलती न करें
डब्ल्यूएचओ में कोविड-19 तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव कहते हैं, हम सुन रहे हैं कि बहुत से लोग सुझाव देते हैं कि ओमिक्रॉन, कोरोना का अंतिम संस्करण है, इसके बाद कोरोना खत्म हो गया है। इस तरह की बातें लोगों को भ्रमित कर सकती हैं। जिस तेजी से यह वैरिएंट दुनियाभर में फैला है ऐसे में इसके म्यूटेशन से नए वैरिएंट्स का खतरा बना हुआ है। इस समय हम सभी को कोरोना से बचाव के उपायों जैसे मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर बेहद सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। केवल इन उपायों का पालन करते रहने से ही संक्रमण के भविष्य की लहरों को रोकने में मदद मिल सकती है।

ओमिक्रॉन को हल्के में न लें
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने संबोधन के दौरान कहा कि कई सारी रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि ओमिक्रॉन के साथ कोरोना का खात्मा हो जाएगा, हालांकि वास्तिकता इससे शायद अलग है। इसके अलावा रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि ओमिक्रॉन को लेकर लोगों को डरने की जरूरत नहीं है, यह गलत है।  ओमिक्रॉन औसतन कम गंभीर हो सकता है, लेकिन यह कहना गलत है कि इसके कारण बीमारी हमेशा हल्के स्तर की ही होती है। ओमिक्रॉन के कारण भी संक्रमितों में अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु का खतरा बना हुआ है, ऐसे में इसको लेकर कोई भी चूक न करें। 

कोरोना के आने वाले खतरों को लेकर रहें अलर्ट
कोरोना के खात्मे को लेकर चल रही चर्चाओं में अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ एंथनी फौसी कहते हैं कोरोना संक्रमण को लेकर दुनियाभर में तमाम तरह की बातें की जा रही हैं। ओमिक्रॉन के साथ तो कोरोना का खात्मा नहीं होने जा रहा है। भविष्य में और भी खतरों की आशंका है। इसे ऐसे समझिए कि महामारी के पांच चरण हैं जिसमें अभी हम पहले चरण पर हैं। कोरोना के आने वाले खतरों को लेकर हमें अभी से अलर्ट रहने की आवश्यकता है। 

Source;-“अमर उजाला”

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