यमुनानगर। देश व रेलवे की सुरक्षा के साथ रेलवे प्रोटेक्शन स्पेशल फोर्स की नौवीं वाहिनी के जवान पर्यावरण संरक्षण में भी आगे हैं। इस बार जवानों ने मानसून सीजन में 50 हजार पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा है। मानसून सीजन में पौधे लगने शुरू हो जाएंगे। 200 एकड़ एरिया में जवान दो लाख पौधे रोपित कर चुके हैं। जवानों के कमाडेंट भी जवानों के साथ मिलकर पौधे लगाते हैं। यही वजह है कि जगाधरी वर्कशाप में नौवीं वाहिनी का क्षेत्र सबसे ज्यादा हराभरा दिखता है।
नौवीं वाहिनी द्वारा आसपास जो पौधे कुछ साल पहले लगाए गए थे वह अब पेड़ बन चुके हैं। आम व अमरूद के बाग महक रहे हैं। जिन पर हर साल सीजन में फल आता है। जवान ड्यूटी के दौरान इन पेड़ों से फल खाते हैं। इतना ही नहीं आसपास के गांवों के लोग भी फल खाने के लिए आते हैं तो उन्हें रोका नहीं जाता।
देखभाल का भी लिया प्रण
जवानों ने पौधे केवल रोपित ही नहीं बल्कि इनकी देखरेख का प्रण भी लिया। जवानों ने संकल्प लिया कि जब भी उनको समय मिलेगा वे इनकी सफाई करेंगे। ड्यूटी पर जाने से पूर्व पानी भी देकर जाएंगे। इससे पूर्व जितने भी पौधे जवानों की अोर से एरिया में लगाए गए थे सभी सजीव हालत में हैं। कोई पौधा सूखा तक नहीं है। कमांडेट का कहना है कि वे पौधों की विशेष देखभाल करते हैं। इसकी हिदायत जवानों को दे रखी है। बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए पौधे लगने बहुत जरूरी हैं। उन्होंने सभी लोगों से आह्वान किया है कि वे जब भी अवसर मिले पौधे जरूरत रोपित करें। इससे धरती पर हरियाली बढ़ेगी।
पर्यावरण दिवस पर रोपित किए 200 पौधे
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रेलवे सुरक्षा विशेष बल के 100 से अधिक अधिकारी एवं जवानों ने 200 से अधिक पौधे रोपित किए। साथ ही पौधों में पानी भी दिया। छायादार नीम, बरगद, पाखर एवं पीपल के पौधों का रोपण कर पर्यावरण को बचाने की तरफ एक कदम बढ़ाने का संकल्प लिया। दुनिया में बढ़ता तापमान, घटता जल स्तर एवं बेतहाशा बढ़ता वायु प्रदूषण बुद्धिजीवियों के लिए एक चिंता का विषय है। इस चिंता से मुक्ति सिर्फ वृक्षारोपण ही दिला सकता है।