13 अप्रैल 2022 | गुजरात टाइटंस के उपकप्तान और स्पिन के जादूगर राशिद खान ने कहा है कि वह लगातार अपनी बल्लेबाजी पर मेहनत कर रहे हैं। अफगानिस्तान के लिए वनडे क्रिकेट में 1000 से अधिक रन बना चुके राशिद 4-5 नंबर पर बैटिंग करना चाहते हैं। राशिद से दैनिक भास्कर ने उनकी बल्लेबाजी को लेकर सवाल किया। जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि टी-20 मुकाबले में उन्हें आखिर की 5-6 गेंदें मिलती हैं और हर गेंद पर बड़े शॉट्स के लिए जाना होता है। ऐसे में कई बार वह सफल होते हैं या जबकि कई बार रन नहीं बना पाते।
राशिद ने आगे कहा- वनडे क्रिकेट में अफगानिस्तान टीम के लिए मुझे जब बल्लेबाजी मिलती है, तो 15 ओवर्स के आसपास बचे होते हैं। ऐसे में वहां पर खुलकर खेल पाता हूं। राशिद ने बताया कि वह पूरा प्रयास कर रहे हैं कि आने वाले वर्षों में टी-20 क्रिकेट में नंबर 4 और नंबर 5 पर बल्लेबाजी के लिए उतर कर टीम को मुकाबले जिता सकें।
धीमी गेंदबाजी से राशिद करते हैं परहेज
राशिद खुद को क्विक स्पिनर कहलाना पसंद करते हैं। उन्होंने बताया कि जब वह तेज गति से बॉलिंग करते हैं तो उन्हें सही टप्पा पकड़ने में आसानी होती है। इसलिए वह धीमी गति से गेंदबाजी करना पसंद नहीं करते। राशिद अक्सर 95 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं।
एक मैच हार जाने पर टीम नहीं बदलते
अपनी पुरानी टीम सनराइजर्स के खिलाफ खेलने को लेकर राशिद ने कहा कि यह काफी इमोशनल था। फिर उनसे उप-कप्तान होने के नाते पूछा गया कि क्या आप अगले मुकाबले में लगातार चार मैचों से फ्लॉप चल रहे मैथ्यू वेड को फिर मौका देंगे? इस सवाल के जवाब में राशिद ने कहा कि हम एक मुकाबला हार जाएं और टीम बदल दें, यह गुजरात टाइटंस में नहीं होता।
हार पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमने 15-20 रन कम बनाए। शुरुआती 4 ओवर्स में हमने 11 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे, वहां से सिचुएशन थोड़ी मुश्किल हो गई। भुवी और नटराजन ने अंतिम ओवर्स में अच्छी गेंदबाजी की और हमें हाथ खोलने का मौका नहीं दिया।
गुजरात टाइटंस की टीम के माहौल के बारे में राशिद ने कहा कि हम लोग इंजॉय करते हुए एक-दूसरे को सपोर्ट करते हैं। हम चीजों को सिंपल रखने का प्रयास करते हैं। हर खिलाड़ी को उसका रोल बताया जाता है और उससे वैसा ही परफॉर्म करने की उम्मीद की जाती है। एक टीम के रूप में हम मानते हैं कि सभी खिलाड़ियों का का माइंडसेट रिजल्ट से अधिक महत्वपूर्ण है।
राशिद IPL में कुल 99 विकेट झटक चुके हैं और लसिथ मलिंगा के बाद IPL इतिहास में सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज बनने वाले हैं। इस उपलब्धि पर उन्होंने कहा कि आज से 5-6 वर्षों पहले तक मैं सोच भी नहीं सकता था कि मैं IPL खेल सकूंगा। एक फॉरेन प्लेयर के तौर पर लगातार टीम में खेलते रहना और 100 विकेट लेने के करीब पहुंचना मेरे लिए बहुत बड़ी अचीवमेंट है।
गेंदबाजी के दौरान ओस की समस्या को लेकर राशिद ने कहा कि वे लगातार वेट बॉल से अभ्यास करते हैं। इस कारण यहां की परिस्थिति में उन्हें ज्यादा दिक्कत नहीं आ रही है।
’Source;- ‘’दैनिक भास्कर’