• May 9, 2024 2:53 am

इंदौर में इस बार नहीं होगा धुनुची नृत्य, बिना फूलों के होगी पुष्पांजलि

ByPrompt Times

Oct 22, 2020
इंदौर में इस बार नहीं होगा धुनुची नृत्य, बिना फूलों के होगी पुष्पांजलि

इंदौर । बंगाली समाज की पांच दिनी दुर्गा पूजा की शुरुआत षष्टी के दिन गुरुवार से होगी। इस बार कोरोना के चलते शहर में पांच स्थानों पर होने वाले आयोजन के स्वरूप में कई बदलाव किए गए हैं। धुनुची नृत्य भी नहीं होगा और पुष्पांजलि भी बिना फूलों के होगी। पुष्पांजलि में सिर्फ प्रणाम मंत्र बोला जाएगा। इसके अतिरिक्त बच्चों और बुजुर्गों के प्रवेश पर रोक रहेगी।

बंगाली क्लब नवलखा : बंगाली क्लब नवलखा में सुबह सात बजे माता का आव्हान बेल के पेड़ के नीचे किया जाएगा। इसके बाद मंडप में घट स्थापना होगी। इस बार धुनुची नृत्य नहीं होगा। पूजा समिति के सभापति जयंतनाथ चौधरी ने बताया कि पुष्पांजलि में भी पुष्पों का उपयोग नहीं करेंगे और दुर्गा प्रतिमा की स्थापना नहीं की जाएगी। दुर्गा पंडाल में कलश के पीछे माता दुर्गा की बड़ी तस्वीर लगाई जाएगी।

बंगाली एसो. ईस्ट सुखलिया : बंगाली एसोशियएन ईस्ट सुखलिया द्वारा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी कम्युनिटी हॉल बापट चौराहा पर होने वाली दुर्गा पूजा में छह फीट की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। सचिव डॉ. पार्थो मजूमदार के अनुसार बंगाल से ढोल-नगाड़े वालों को बुलाया गया है। 10 साल और 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के व्यक्तियों को आने की अनुमति नहीं रहेगी। आरती और पुष्पांजलि की व्यवस्था ऑनलाइन की जाएगी।

कालका माता मंदिर बंगाली चौराहा : बंगाली चौराहा स्थित कालका माता मंदिर पर पंडाल में छह फीट की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। बंगाली संघ के अध्यक्ष राजेश शाह के मुताबिक भीड़ इकट्ठा न हो इसलिए चलित दर्शन की व्यवस्था रहेगी। हर साल अष्टमी और नवमी पर होने वाला भंडारा नहीं होगा। प्रसाद के पैकेट वितरित किए जाएंगे।

बंगाली नवयुवक समिति : बंगाली नवयुवक समिति द्वारा रिंग रोड स्थित आइडीए मैदान पर माता की स्थापना की जाएगी। अध्यक्ष मनोज वैद्य के अनुसार मुख्य पूजा अष्टमी व नवमी को होगी। सिर्फ मां को प्रसाद अर्पित किया जाएगा। भोग, प्रसाद और भंडारे का आयोजन नहीं करेंगे। एक बार में सिर्फ 10 भक्तों को दर्शन करने देंगे।

बंगाली समाज स्वर्णकार समिति : बंगाली समाज स्वर्णकार समिति द्वारा पटेल कॉलोनी में घटस्थापना होगी। समिति के संचालक डॉ. जीसी रॉय ने बताया कि इस बार चल समारोह और सांस्कृतिक आयोजन नहीं किए जा रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *