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सीएम राइज स्कूलों में ज्‍वाइनिंग को लेकर अनमने उप-प्राचार्यों को लिखित में देना होगा असहमति पत्र

11 जून 2022 | प्रदेश में सीएम राइज स्कूल 13 जून से खुलेंगे। इन स्कूलों में तैयारियां जोर-शोर से की जा रही है। स्कूल शिक्षा विभाग तेजी से इन स्कूलों में शिक्षकों और प्राचार्यों की पदस्थापना में जुटे हैं। विभाग ने अभी हाल में कुल 4322 शिक्षकों के आदेश जारी कर दिए हैं। इसमें से 3620 ने ज्वाइन कर लिया है, लेकिन 200 शिक्षक अब भी ज्वाइन नहीं कर सके हैं। अब इन्हें कार्यमुक्त करने पर रोक लगा दी गई है। वहीं विभाग द्वारा उप प्राचार्यों की पदस्थापना के आदेश जारी किए गए हैं। इसमें 80 स्कूलों में उप-प्राचार्य की पदस्थापना के आदेश जारी किए गए हैं।

स्‍कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश में यह निर्देश दिए गए हैं कि सीएम राइज स्कूलों के लिए उच्च माध्यमिक शिक्षक या व्याख्याताओं को उप प्राचार्य के दायित्व के लिए आदेश जारी किए गए हैं। इसके लिए 98 शिक्षकों की सूची जारी की गई है। इनकी शनिवार को काउंसलिंग की जा रही है। वहीं निर्देश में यह भी लिखा है कि जो शिक्षक नहीं जाना चाहते हैं, उनसे लिखित में असहमति पत्र प्राप्त करें। वहीं जो शिक्षक सहमति देते हैं। उनकी सूची एवं उनके द्वारा दिए गए विकल्प की जानकारी पोर्टल पर दर्ज करें। विभाग ने आदेश दिया है कि सीएम राइज स्कूलों में जल्द से जल्द शिक्षकों, प्राचार्यों व उप प्राचार्यों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। बता दें, कि प्रदेश के 274 चयनित स्कूलों के लिए 34 करोड़ रुपये का बजट जारी किया है। इन स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना प्रक्रिया तेजी से चल रही है। जिन स्कूलों में अधिक सुविधाएं हैं। उन्हें पहली प्राथमिकता से प्रवेश प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।

50 स्कूलों में तैयारियां जोरों परइन स्कूलों में 13 जून से व्यवस्था सुदृढ़ कर साज-सज्जा कराने के आदेश दिए गए हैं, ताकि नए सत्र की शुरुआत की जा सके। प्रदेश के 50 स्कूलों को पहली प्राथमिकता के आधार पर तैयार किया जा रहा है। इसमें राजधानी का भेल स्थित महात्मा गांधी शासकीय उमावि और जहांगीराबाद स्थित शासकीय उमावि बरखेड़ी को व्यवस्थित करने और साज-सज्जा की तैयारी चल रही है। नवीन शैक्षणिक सत्र पर स्कूल खुलने पर समारोह का आयोजन किया जाएगा। पहले दिन स्कूल खुलने पर बच्चों का उत्साहवर्धन किया जाएगा। स्कूल खुलने पर अभिभावकों व शिक्षकों की बैठक आयोजित की जाएगी। अभी प्राचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि स्कूलों की स्थिति को देखते हुए निर्णय लें। एक कक्षा में 40 बच्चों से अधिक प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

सोर्स ;-“नईदुनिया”     

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