25जुलाई 2022 कोरोना महामारी में गांवों की स्व-सहायता समूह की महिलाओं की भूमिका किसी से छिपी नहीं है। पूरे महामारी काल में मास्क बनाकर इन महिलाओं ने बता दिया था कि यह संकट के दौर में किसी से कम नहीं है। इन्हीं महिलाओं ने अब राष्ट्रध्वज की शान के लिए अलख जगाने का बीड़ा भी उठा लिया है। हर घर तिरंगा अभियान के तहत ग्वालियर जिले की 300 महिलाएं गावों में राष्ट्रध्वज तैयार करने का ही नहीं बल्कि घर घर जाकर राष्ट्रध्वज का महत्व और गरिमा के बारे में लोगों को बता रही हैं। इन महिलाओं ने मास्टर ट्रेनर्स से पहले ट्रेनिंग ली,इस ट्रेनिंग में ध्वज संहिता के बारे में बारीकी से इन्हें बताया गया और किस तरह ध्वज तैयार करना है इसमें बारे में जानकारी दी। अब गांव गांव यह अभियान जारी है।
आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर केंद्र सरकार ने घर घर तिरंगा अभियान चलाने का निर्णय लिया है जिसमें सरकार ने इस अभियान के तहत देशवासियों से अपने घरों में राष्ट्रध्वज फहराने की अपील की है। राष्ट्रध्वज के प्रति सम्मान और राष्ट्र की एकता को मजबूती प्रदान करने के लिए हर घर राष्ट्रध्वज फहराने का आहवान किया है। ग्वालियर जिले में चार लाख राष्ट्रध्वज फहराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसके लिए कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने दो कमेटियों का गठन कर अफसरों को जिम्मा सौंपा है।
पहले खुद जानी संहिता,ध्वज तैयार करने की ट्रेनिंग,अब घर-घर रैलियांः गांव की इन महिलाओं के लिए राष्ट्रध्वज की अलख जगाना इतना आसान नहीं था, जब इन्हें देशभक्ति के इस अभियान के बारे में बताया तो उत्साह भी दिखा। पहले राष्ट्रध्वज के सम्मान पर आंच न आए इसके लिए ध्वज संहिता के बारे में बताया गया। इसके बाद ध्वज को कैसे तैयार करना है, इसकी जानकारी दी। अब यह महिलाएं गांवों में घर घर जाकर महिलाओं, पुरूष के साथ बच्चों को भी राष्ट्रध्वज के बारे में जानकारी देते हुए इसे फहराने काे लेकर अपील कर रहीं हैं,लोगों का पूरा समर्थन मिल रहा है।
गांवों में लगेंगे 1.40 लाख राष्ट्रध्वजः जिला पंचायत सीइओ आशीष तिवारी ने बताया कि ग्वालियर में एक लाख मीटर कपड़ा सूरत से मंगवाया गया है,यह पीस नुमा आकार में ही मंगवाए गए हैं। इसमें सबसे पहले गांवों के लिए ध्वज तैयार कराए गए हैं। गांवों में एक लाख 40 हजार राष्ट्रध्वज लगाए जाएंगे। 26 हजार राष्ट्रध्वज छह निकायों को दिए जाएंगे। दस हजार डबरा व दो दो हजार ध्वज नगर परिषदों में दिए जाएंगें। पांच हजार ध्वज शासकीय कार्यालयों में लगेंगें
एक दिन में सौ ध्वज तैयार कर रही एक महिलाः डीपीएम विनीत गुप्ता के अनुसार एक महिला एक दिन में सौ राष्ट्रध्वज तैयार कर रही है जिसके लिए दो रूपए प्रति ध्वज मानदेय दिया जा रहा है। 20 बाइ 30 इंच इसका आकार रखा गया है। हर ब्लाक में सत्तर लगभग महिलाएं काम कर रही हैं। इस तरह 300 महिलाएं इस कार्य में लगी हैं।
वर्जन-
देश के लिए कुछ करने का मौका मिला, यह बड़ी बात है। हमने राष्ट्रध्वज के नियम-कायदों को पहले समझा और इन्हें तैयार करने में बहुत अच्छा लग रहा है। लोगों को इसके बारे में समझाते हैं तो वे समझते हैं और भरोसा दे रहे हैं कि ध्वज जरूर फहराएंगे।
Source;-“पंजाब केसरी”