• April 29, 2024 9:09 am

विदेशियों ने अपनाया योग, दुनिया में किया का प्रचार, की जबदरस्त कमाई

21 जून 2023 ! भारत से निकला योग अब दुनिया भर में लोकप्रिय हो चुका है.  से होने वाले लाभ को दुनिया के तमाम मुल्कों में लोग स्वीकार्य कर चुके हैं. योग को लेकर भगवान बुद्ध, महावीर के अलावा आधुनिक भारतीय योग गुरुओं का संदेश जब विदेश की धरती पर विदेशियों के बीच पहुंचा, तब पश्चिम को समझ आया कि जीवन में योग का कैसा महत्व है. और यही वजह है कि आज की तारीख में अब विदेशी भी अपने-अपने देश में लोगों को योग की शि्क्षा दे रहे हैं.

भारत के प्रसिद्ध योग गुरुओं में तिरुमलाई कृष्णमाचार्य, स्वामी शिवानंद सरस्वती, महर्षि महेश योगी, स्वामी राम, बीकेएस अयंगर, स्वामी कवलयानंद, कृष्णा पट्टाभि जोइस, जग्गी वासुदेव,परमहंस योगानंद और स्वामी रामदेव ने योग को दुनिया भर में करोड़ों लोगों को योग के प्रति जागृत किया है, जिसका असर कई देशों में देखने को मिल रहा है.

बात सबसे पहले करते हैं एक विश्व प्रसिद्ध महिला योग गुरू यूज़ीन पीटरसन की. इनका जन्म रूस में साल 1899 में हुआ था. गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर की किताबें पढ़कर उन्होंने महज 15 साल की उम्र में भारत आने का फैसला कर लिया. बीकेएस अयंगर से योग सीखा. भारत में रहते हुए उन्होंने अपना नाम इंदिरा देवी रख लिया. लेकिन बाद में वो चीन और अमेरिका चली गईं.

अमेरिका में यूज़ीन पीटरसन ने एक योगा स्कूल खोल लिया और समाज की बड़ी हस्तियों को योग सिखाना प्रारंभ कर दिया. अमेरिका के बाद उन्होंने चीन, ऑस्ट्रिया और कई यूरोपीय देशों में योग की शिक्षा देकर विश्व प्रसिद्ध हो गईं. इसी कारण उन्हें ‘लेडी ऑफ योगा’ कहा गया. उन्हें सन् 1987 में अंतरराष्ट्रीय योग फेडरेशन की अध्यक्ष बनाया गया. 102 साल की उम्र में साल 2002 में उनका निधन हो गया.

दुनिया भर में योग और ध्यान को लोकप्रिय बनाने में इनकी तरह कई और योग गुरुओं ने अपना अहम योगदान दिया है. महर्षि महेश योगी ने ध्यान की ओर दुनिया का ध्यान आकृष्ट कराया था. वो रहने वाले थे छत्तीसगढ़ के लेकिन उनकी प्रसिद्धि विश्वस्तरीय थी. उन्होंने स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती से शिक्षा ली थी. आध्यात्मिक योग और साधना की दीक्षा ली.

सन् 1957 में उन्होंने योग और ध्यान के लिए दुनिया भर में भ्रमण किया. उनके मिशन को रॉक ग्रुप बीटल्स से भी काफी सहयोग मिला. इसके बाद योग के साथ साथ उन्होंने भावातीत ध्यान से नीदरलैंड समेत पश्चिमी मुल्कों से जोड़ा. अपनी उपलब्धि की बदौलत महेश योगी भारत से अधिक पश्चिमी देशों में प्रसिद्ध रहे हैं.

आज दुनिया में योग और ध्यान का अभ्यास तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. और इसकी बदौलत दुनिया के तमाम मुल्कों में योग गुरुओं ने प्रशिक्षण संस्थान शुरू किये हैं. सबसे दिलचस्प बात ये कि तमाम विदेशी योग गुरुओं ने करियर के तौर पर इस फील्ड में बड़ी कामयाबी हासिल की है.

भारतीय मूल के बिक्रम चौधरी अमेरिका में बिक्रम योग के संस्थापक हैं. विवादों में घिरने से पहले दुनिया भर में उनके 600 से अधिक योग सेंटर थे. केवल अमेरिका में उनके 330 योग स्टूडियो थे, जिनमें 86 योग स्टूडियो कैलिफोर्निया में थे. योगा प्रशिक्षण की बदौलत वो 75 मिलियन डॉलर के मालिक बने.

इसी प्रकार अनुस्वार योग के संस्थापक जॉन फ्रेंड बेहद लोकप्रिय योग शिक्षक हैं. दुनिया भर में प्रसिद्धि हासिल की है. उनके अलावा तारा स्टाइल्स एक मॉडल से योग प्रशिक्षक बनी हैं. उनकी हैसियत दुनिया के अमीर और प्रभावशाली योग प्रशिक्षकों में से हैं. उन्होंने दुनिया भर में कई योग शिक्षकों को सिखाया है. उन्होंने मोटापा दूर करने के लिए अमेरिका में करीब 22000 स्कूलों में योग का प्रशिक्षण दिया है.

डंकन पीक 2004 में पावर लिविंग ऑस्ट्रेलिया के संस्थापक हैं और ऑस्ट्रेलिया में इसके योग के कुल 8 स्टूडियो हैं. अपने स्टूडियो के माध्यम से डंकन पीक ने 1000 से अधिक योग शिक्षकों को ट्रेंड किया है.

वहीं सीन कॉर्न एक ऐसी योग ट्रेनर हैं जो लंबे समय से एक्टिविस्ट भी हैं. वह चिल्ड्रन ऑफ द नाइट, नेशनल योग एंबेसडर फॉर यूथएड्स और ऑफ द मैट, इनटू द वर्ल्ड की निर्माता हैं. इस महिला ने योग कला में महारत हासिल की है.

सोर्स :- ” TV9 भारतवर्ष    

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