• May 6, 2024 12:45 pm

GST पांच फीसदी बढ़ा, पर खाद्य सामग्री 20 फीसदी तक महंगी

28 जुलाई 2022 देश में गैर ब्रांडेड फूड आइटम पर पांच फीसदी जीएसटी की दर लागू होने के बाद खाद्य सामग्री महंगी हो गई है। हालांकि व्यापारियों ने जीएसटी की आड़ में आटा, चावल, दाल, मैदा, सूजी की कीमतें तीन बार बढ़ा दी हैं। इस कारण खाद्यान्न वस्तुओं की कीमतें महीनेभर में ही 15 से 20 फीसदी तक बढ़ गई हैं। पटना की मंडियों में चावल और गेहूं की आवक भी कम है। सप्लाई कम होने की वजह से भी खाद्यान्न के दाम बढ़े हैं।

फूड आइटम्स की कीमतों में पहली बढ़ोतरी जुलाई की शुरुआत में तब हुई थी। उस समय जीएसटी लागू करने की घोषणा हुई थी। दूसरी बार 18 जुलाई को जीएसटी की दरें लागू होने के दिन कीमतें बढ़ीं। तीसरी वृद्धि एक सप्ताह बाद खाद्यान्न की नई खेप के नाम पर की गईं। इस तरह तीन बार में पांच फीसदी की जगह बाजार में खाद्यान्न और उससे बने उत्पाद की कीमतों में 15 से 20 फीसदी की वृद्धि हो गई। हालांकि, खुदरा कारोबारियों का मानना है कि अब कीमतें स्थिर होकर कम होनी चाहिए।

राज्य खुदरा विक्रेता संघ के महासचिव रमेश तलरेजा के मुताबिक आटा की कीमतें बीते एक माह में पांच रुपये बढ़ी हैं। जीएसटी की घोषणा होने के समय आटा 28 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रहा था। 5 फीसदी जीएसटी लगने के बाद इसमें 1.40 रुपये ही इजाफा होना चाहिए था। मगर मौजूदा समय बाजार में आटा 33 रुपये किलो मिल रहा है। वहीं, चावल की कीमत में भी पांच रुपये की बढ़ोतरी हुई है। 35 रुपये किलो मिलने वाला चावल 40 रुपये किलो बिक रहा है।

इस तरह बढ़ी खाद्यान्न की कीमतें

– अरहर दाल पांच जुलाई को 100 रुपये और अभी 115 रुपये किलो
– मूंग दाल 5 जुलाई को 100 रुपये और अभी 110 रुपये किलो
– चना दाल 5 जुलाई को 70 रुपये और अभी 75 रुपये किलो
– मसूर दाल 5 जुलाई को 90 रुपये और अभी 95 रुपये किलो
– उष्णा चावल 5 जुलाई को 41 रुपये और अभी 45 रुपये किलो
– मोटा चावल 5 जुलाई को 25 रुपये और अभी 28 रुपये किलो
– ब्रांडेड आटा (25 किग्रा) 5 जुलाई को 750 और अभी 930 रुपये
– ब्रांडेड आटा (5 किग्रा) 5 जुलाई को 150 रुपये और अभी 200 रुपये
– मैदा 5 जुलाई को 28 रुपये और अभी 32 रुपये किलो
– सूजी 5 जुलाई को 30 रुपये और अभी 34 रुपये किलो

रोटी के साथ-साथ दाल की कीमतें भी लोगों को परेशान कर रही हैं। अरहर दाल की कीमतों में बीते एक महीने में 15 रुपये का इजाफा हो चुका है। 100 रुपये किलो बिकने वाली अरहर दाल अभी 115 रुपये किलो तक बिक रही है। खुदरा विक्रेता संघ के उपाध्यक्ष विजय कुमार पटवारी कहते हैं कि मसूर, चना व मूंग दाल स्थिर है। जल्द इनकी कीमतें कम होने की संभावना है।

पटना की मंडियों में गेहूं-चावल की कमी

की मंडियों में गेहूं और चावल की आवक कम हो गई है। इस कारण खाद्यान्न की कीमतें प्रभावित हुई हैं। व्यापारियों का आरोप है कि बड़ी कंपनियां चावल और गेहूं की जमाखोरी कर रही है। साथ ही मौसम की बेरूखी के चलते भी आवक प्रभावित हुई है।

Source;-“हिंदुस्तान”  

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