• May 16, 2024 2:17 pm

भारत ने क्या चीन की दुखती रग पर हाथ रख दिया है?

7 जुलाई 2023 ! ताइवान का भारत में ये तीसरा कार्यालय है, दिल्ली और चेन्नई में पहले से ही ताइवान के ऐसे कार्यालय मौजूद है.

ताइवान के विदेश मंत्रालय ने इसे लेकर जारी बयान में कहा है कि मुंबई में ‘ताइपेई इकॉनमिक एंड कल्चर सेंटर’ (टीइसीसी) खोला जाएगा.

इसे ताइवान के कूटनीतिक क़दम के रूप में देखा जा रहा है.

ताइवान और भारत के बीच राजनयिक संबंध नहीं है क्योंकि भारत चीन की ‘वन चाइना पॉलिसी’ मानता है. इसलिए ताइवान ने भारत में व्यापार करने के लिए ताइपेई इकॉनमिक एंड कल्चर सेंटर खोला है, दूतावास ना होने की सूरत में ये सेंटर ही ताइवान के दूतावास की तरह काम करते हैं.

ताइवान को चीन अपना हिस्सा मानता है. ताइवान को दुनिया का कोई भी देश स्वतंत्र देश के तौर पर देखने की कोशिश करता है तो चीन उसे बर्दाश्त नहीं करता है.

कहा जाता है कि अब तक दिल्ली में ताइवान का दफ़्तर दूतावास की तरह काम करता रहा है और चेन्नई का दफ़्तर वाणिज्य दूतावास की तरह काम करता रहा है.

ताइवान के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को जारी अपने बयान में कहा, “हाल के सालों में चीन गणराज्य (ताइवान) और भारत के बीच आर्थिक मोर्चे, व्यापार, विज्ञान-तकनीक, सप्लाई चेन, शिक्षा संस्कृति और पारंपरिक औषधि सहित कई क्षेत्रों में सहयोग काफ़ी बढ़ा है.”

मुंबई में सेंटर खोलने की वजह को बताते हुए ताइवान ने कहा है, “साल 2022 में भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन कर उभरा है. इस साल भारत सबसे बड़ी आबादी वाला देश बन गया है. दुनिया भर के देशों के लिए भारत निवेश का बड़ा ठिकाना बन चुका है. मुंबई भारत का सबसे बड़ा शहर है और देश की वित्तीय राज़धानी भी है, यहाँ बड़ा बंदरगाह भी है. अमेरिका, जापान, ब्रिटेन ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों ने अपना वाणिज्य दूतावास मुंबई में बनाया है.”

कूटनीतिक रिश्ते ना होने के बावजूद ताइवान ने दिल्ली में 1995 में पहला ‘ताइपेई इकॉनमिक एंड कल्चर सेंटर’ खोला और ताइवान में ‘इंडिया ताइपेई असोसिएशन’ की शुरुआत हुई. साल 2012 में दूसरा सेंटर चेन्नई में खोला गया और इसके बाद दक्षिण भारत में ताइवान का निवेश बढ़ा.

चेन्नई में ट्रेड दफ़्तर खोलने के बाद से ही मुंबई में भी दफ़्तर खोलने को लेकर बातचीत चल रही थी.

बयान में कहा गया है कि ये दफ़्तर व्यापार को बढ़ावा देने के साथ साथ ताइवान के लिए वीज़ा देने और भारत में रह रहे ताइवान के लोगों या ताइवान जा रहे भारतीय लोगों की भी मदद करने का काम करेगा.

सोर्स :-“BBC  न्यूज़ हिंदी”                                  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *