खाद के लिए किसानों को भटकना पड़ रहा है
9 महीने से नहीं मिला वेतन , घर में चूल्हा जलना हुआ मुश्किल
कसडोल । पिछले 9 माह से वेतन को मोहताज प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति हसुआ के कर्मचारी समिति कार्यालय के सामने काम बन्द कर हड़ताल पर बैठ गए हैं ।इसके पूर्व कर्मचा – रियों ने वरिष्ठ अधिकारियों एवं शासन प्रशासन को 10 अगस्त तक वेतन नहीं मिलने पर आज से हड़ताल पर बैठने का अल्टीमेटम दिया था ।
वरिष्ठ अधिकारियों एवं शासन प्रशासन का बार बार ध्यान आकृष्ट कराने के बाद भी 9 माह से वेतन से वंचित प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति हसुआ के कर्मचारियों को अन्ततः आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ गया ।प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति के कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें पिछले 9 महीने से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है ,जिसके कारण आज उनके घरों में चूल्हा जलना मुश्किल हो गया है ।समिति के प्रबंधक एवं संचालक मंडल को वेतन के लिए अनेकों बार कहा जा चुका है लेकिन आज तक वेतन नहीं मिला है । कर्मचारियों के अनुसार समिति के प्रबंधक एवं संचालक मंडल द्वारा वर्ष 2018 – 19 के धान खरीदी एवं राशन वितरण का कमीशन समिति को अब तक नहीं मिल पाने के कारण समिति द्वारा कर्मचारियों को वेतन दे पाना संभव नहीं है क्योंकि धान खरीदी एवं राशन वितरण के कमीशन पर ही समिति की सारी व्यवस्थाएं संचालित होती है । कर्मचारियों ने वरिष्ठ अधिकारियों , प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं जिला कलेक्टर को पत्र लिख – कर आगाह करते हुए 10 अगस्त तक वेतन भुगतान करने निवेदन किया था फिर भी उनको वेतन दिए जाने के संबंध में कोई कारगर कार्यवाही नहीं होने से समिति के सभी कर्मचारी काम बंद कर समिति कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए हैं । अभी खेती किसानी का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है तथा खेतों की निंदाई गुड़ाई के बाद किसानों को खाद की जरू – रत पड़ती है और सोसायटी कर्मचारियों के आंदोलन पर हसुआ सोसायटी के अंतर्गत आने वाले गांवों के किसानों को पहले दिन से ही खाद के लिए भटकना पड़ रहा है । यदि सोसायटी कर्मचारियों का आंदोलन लम्बे समय तक चला तो हसुआ क्षेत्र में खेती किसानी का काम बुरी तरह प्रभावित हो सकता है ।
अशोक कुमार टंडन