03 जनवरी 2023 | सोशल मीडिया पर आपने भी ऐसे पोस्ट जरूर पढ़े होंगे जिसमें चाय को ड्रिंक नहीं इमोशन बताया जाता है। क्योंकि देश के हर नुक्कड़ पर देर रात तक मिलने वाली ये सबसे सस्ती ड्रिंक हैं। जिसका मजा लगभग हर कोई ले सकता है। चाय सर्दियों में खूब पसंद की जाती है। इसकी गर्माहट और फ्रेश महसूस कराने वाले गुण बॉडी को एक्टिव रहने में मदद करते हैं। वहीं, कुछ लोग चाय लवर्स भी होते हैं, जो तपती धूप में भी चाय पिएं बिना नहीं रह पाते हैं।
चाय दुनिया के सबसे ज्यादा लोकप्रिय ड्रिंक में से एक है। जिसकी वजह केवल इसका स्वाद ही नहीं, बल्कि इससे मिलने वाले सेहतमंद फायदे भी हैं। चाय के सेवन से क्रॉनिक डिजीज और सूजन जैसे समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। लेकिन यदि आप इसका सेवन जरूरत से ज्यादा करते हैं, तो कई गंभीर परिणाम भी भुगतने पड़ सकते हैं।
चाय में मौजूद कैफीन हार्टबर्न और एसिडिटी पैदा कर सकता है। इसमें अम्लीय गुण होने की वजह से यह पेट में एसिड के प्रोडक्शन को बढ़ाने की क्षमता रखता है। इसलिए खाली ज्यादा या खाली पेट चाय पीने की सलाह नहीं दी जाती है।
ज्यादा चाय पीने से कब्ज हो सकता है। चाय में थियोफिलाइन होता है, जो पाचन के दौरान डिहाइड्रेशन पैदा कर सकता है। जिससे मल सख्त हो जाता है और पेट सही साफ नहीं हो पाता है। ऐसे में यदि आपको पहले से ही है, तो चाय का सेवन नियंत्रित मात्रा में ही करें।
कम मात्रा में चाय के सेवन से सिरदर्द से राहत मिल सकता है। जबकि इसके विपरीत यदि आप ज्यादा मात्रा में चाय पी रहे हैं, तो यह आपको सिरदर्द दे सकता है। ऐसे में यदि आपको ज्यादातर सिरदर्द रहता है, तो चाय जैसे कैफीन वाले उत्पादों का सेवन कम करने की कोशिश करें।
जिन लोगों ने दैनिक जरूरत से ज्यादा चाय का सेवन किया, उनमें ब्रेस्ट कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, लिवर कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, पेट के कैंसर का जोखिम कम चाय पीने वाले लोगों की तुलना में ज्यादा था।
ज्यादा मात्रा में चाय का सेवन आपके स्लीप साइकिल को डिस्टर्ब कर सकता है। इसमें नेचुरल रूप से कैफीन पाया जाता है, जो ब्रेन को सोने का सिगनल देने वाले मेलाटोनिन नामक हार्मोन के कार्यों में रुकावट पैदा करता है। जिससे आप सो नहीं पाते हैं।
गर्भावस्था में चाय का ज्यादा सेवन मां और बच्चे दोनों के सेहत के लिए नुकसानदेह होता है। दरअसल, इसमें कैफीन मौजूद होता है, जो मिसकैरेज और बच्चे के कम वेट की संभावना को बढ़ाने का काम करता है। ऐसे में चाय के सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।
चाय एसिडिटी हार्टबर्न को करता है ट्रिगर
चाय से बिगड़ सकता है कब्ज
चाय पीने से बढ़ सकता है सिरदर्द
चाय से बढ़ता है कैंसर का जोखिम
ज्यादा चाय पीने से नहीं आती है नींद
चाय से प्रेगनेंसी में हो सकती है दिक्कत
कितनी मात्रा में करना चाहिए चाय का सेवन
हावर्ड के अनुसार,चाय सेहत के लिए फायदेमंद है। लेकिन यदि आप जरूरत से ज्यादा इसका सेवन करते हैं, तो इससे सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने लगता है।
हर रोज 2-3 कप चाय प्रीमैच्यूर डेथ, हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को कम करने जैसे फायदे पहुंचाता है। जबकि इससे ज्यादा मात्रा में चाय कई दुष्प्रभाव दिखा सकता है।
सोर्स :- “नवभारतटाइम्स”