27 नवंबर 2023 ! अनवर ने यह घोषणा रविवार को पीपल्स जस्टिस पार्टी की कांग्रेस को संबोधित करते हुए की.
मलेशियाई प्रधानमंत्री ने यह नहीं कहा कि भारतीयों के लिए बिना वीज़ा की एंट्री की सुविधा कब तक रहेगी.
भारत के साथ अनवर ने चीनी नागरिकों को भी वीज़ा फ्री एंट्री की सुविधा देने की घोषणा की है. चीन और भारत मलेशिया के चौथे और पाँचवें बड़े कारोबारी साझेदार हैं.
भारत ने साल 1957 में मलेशिया (तब मलाया) के साथ राजनयिक सम्बंध स्थापित किए थे.
मलेशिया में भारतीय मूल के लोगों की संख्या 27 लाख 50 हज़ार के क़रीब है, जो वहां की आबादी के क़रीब नौ फ़ीसदी हैं.
भारतीय मूल के 90 प्रतिशत लोग तमिल भाषी हैं. बाक़ी तेलुगू, मलयालम, पंजाबी, बंगाली, गुजराती, मराठी और अन्य भाषाएं बोलते हैं.
मलेशिया में क़रीब एक लाख 30 हज़ार भारतीय प्रवासी काम करते हैं.
जिन देशों से मलेशिया में सबसे ज़्यादा पर्यटक आते हैं, उनमें भारत छठे नंबर पर है. 2018 में वहां छह लाख से ज़्यादा पर्यटक आए थे.
इसी तरह भारत में जिन देशों से ज़्यादा पर्यटक आते हैं, उनमें मलेशिया भी छठे नंबर पर है. उसी साल भारत में क़रीब सवा तीन लाख मलेशियाई पर्यटक आए थे.
भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने साल 2018 में मलेशिया दौरे के दौरान पर्यटन पर एक समझौते पर दस्तख़त किए थे.
भारत और मलेशिया के बीच व्यापारिक रिश्ते भी अच्छे हैं. मलेशिया भारत का 13वां सबसे बड़ा कारोबारी साझीदार है.
2018-19 में दोनों के बीच 17.24 अरब डॉलर का कारोबार हुआ था. इसमें भारत ने 6.43 अरब डॉलर निर्यात किया था और 10.81 अरब डॉलर का आयात.
भारत मेलेशिया को खनिज तेल, एलुमिनम, मांस, लोहा और स्टील, तांबा, केमिकल, न्यूक्यिलर रिएक्टर, बॉइसल और मशीनी उपकरण निर्यात करता है.
वहीं मलेशिया से वह खनिज तेल, बिजली की मशीनें और उपकरण, पशुओं की चर्बी और वनस्पति फ़ैट, लकड़ी आदि आयात करता है.
पिछले महीने थाइलैंड ने भी एलान किया था कि भारत और ताइवान के पर्यटक बिना वीज़ा के छह महीने के लिए उसके यहाँ आ सकते हैं. यह योजना इस साल 10 नवंबर से 10 मई, 2024 तक जारी रहेगी.
थाइलैंड के प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन ने कहा था, “हम भारतीयों और ताइवानियों को वीज़ा फ़्री एंट्री देंगे क्योंकि वहां से बहुत सारे लोग हमारे यहां आते हैं.”
इसी तरह, श्रीलंकाई कैबिनेट ने भारत, चीन, रूस, मलेशिया, जापान, इंडोनेशिया और थाइलैंड के नागरिकों को एक पायलट प्रॉजेक्ट के तहत 31 मार्च 2024 तक फ्री वीज़ा जारी करने की मंज़ूरी दी है.
वियतनाम भी भारत और चीन के नागरिकों को वीज़ा के बिना प्रवेश देने पर विचार कर रहा है. अभी वहां जर्मनी, फ्रांस, स्वीडन, इटली, स्पेन, डेनमार्क और फ़िनलैंड के नागरिक वीज़ा फ़्री एंट्री पा सकते हैं.
बाक़ी देशों के लिए वह 90 दिनों की अवधि के लिए ई-वीज़ा दे रहा है.
सोर्स :-“BBC न्यूज़ हिंदी”