ईरान के जहाज ‘अल कंबार’ के अपहरण के बारे में सूचना मिली, जिसके बाद अरब सागर में तैनात दो भारतीय नौसेना जहाजों को कार्रवाई के लिए भेजा गया. लुटेरों को जहाज छोड़कर भागना पड़ा.
भारतीय नौसेना ने एक बार फिर अपनी वीरता का परिचय दिया है. 28 मार्च को, ईरान के जहाज अल-कंबर को समुद्री लुटेरों ने अगवा करने का प्रयास किया. लेकिन, भारतीय नौसेना की त्वरित और निर्णायक कार्रवाई ने जहाज और उसके चालक दल को बचा लिया. सूचना मिलते ही, भारतीय नौसेना सक्रिय हो गई. अरब सागर में तैनात युद्धपोतों को तुरंत ईरानी जहाज की सहायता के लिए भेजा गया. लुटेरों को जहाज छोड़कर भागना पड़ा.
असल में बताया गया कि अरब सागर में मछली पकड़ने वाले एक जहाज के अपहरण के प्रयास और उसे सशस्त्र समुद्री डाकुओं से बचाने के लिए भारतीय नौसेना एक “महत्वपूर्ण अभियान” चला रही है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
नौ सशस्त्र समुद्री डाकू आ धमके..
अधिकारी ने कहा कि मछली पकड़ने वाले ईरान के जहाज ‘अल कंबार’ के अपहरण के बारे में सूचना मिली, जिसके बाद अरब सागर में तैनात दो भारतीय नौसेना जहाजों को कार्रवाई के लिए भेजा गया. भारतीय नौसेना के अनुसार, घटना के समय मछली पकड़ने वाला जहाज सोकोट्रा (यमन) से लगभग 167 किमी दूर था और बताया गया कि उस पर नौ सशस्त्र समुद्री डाकू आ धमके.
नौसेना ने दिखाई प्रतिबद्धता..
फिलहाल भारतीय नौसेना मछली पकड़ने वाले जहाज और उसके चालक दल को बचाने के लिए एक अभियान चला रहा है. भारतीय नौसेना ने कहा कि वह क्षेत्र में नाविकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, चाहे पीड़ित किसी भी देश का क्यों न हो.
यह अकेली घटना नहीं है जब भारतीय नौसेना ने अपनी प्रतिबद्धता को दिखाया है. नौसेना न केवल क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि सभी नाविकों की सुरक्षा भी उसकी प्राथमिकता है.