• May 16, 2024 9:24 am

14 से 16 अप्रैल तक के लिए नया रूट प्लान…पार्किंग फुल होने पर शटल सेवा से जाएंगे पर्यटक

13 अप्रैल 2023 |  पिछले हफ्ते तीन दिन की छुट्टियों में कैंची धाम में उमड़े श्रद्धालुओं और यातायात व्यवस्था के चरमराने से सबक लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था का नया प्लान बनाया है। यह निर्णय 14 से 16 अप्रैल तक तीन दिन की छुट्टियों को देखते हुए लिया गया है। अब पार्किंग फुल होने पर श्रद्धालुओं को दो किमी पहले ही रोक लिया जाएगा। पर्यटकों को वहां से शटल सेवा के जरिये भेजा जाएगा। तीन जगहों पर बैरियर लगाए जाएंगे। शटल सेवा दो स्थानों से शुरू होगी।

आईजी कुमाऊं डॉ. नीलेश आनंद भरणे और एसएसपी पंकज भट्ट ने बुधवार को कैंची धाम पहुंचकर व्यवस्थाओं में बदलाव करते हुए नए निर्देश जारी किए हैं। पुलिस के मुताबिक 14 से 16 अप्रैल तक छुट्टियों में कैंची धाम में 40000-50000 श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। शुरुआत में कैंची धाम स्थित पार्किंग में केवल पर्यटकों के वाहन ही पार्क कराए जाएंगे। इसके फुल होने पर दो किमी पहले भवाली की ओर सड़क किनारे बैरियर लगाकर खाली जगह पर वाहनों को पार्क कराया जाएगा। इसके बाद यहां से पर्यटकों को धाम तक पैदल यात्रा करनी होगी।

यहां की पार्किंग फुल होने पर नगर पालिका रामलीला मैदान के पास बैरियर लगाकर भीमताल की ओर से कैंची धाम आने वाले पर्यटकों के वाहनों को रामलीला ग्राउंड में पार्क कराया जाएगा। इस स्थान पर पुलिस ने शटल सेवा की व्यवस्था की है। वहीं नैनीताल और ज्योलीकोट की ओर से कैंचीधाम आने वाले वाहनों को भवाली सैनीटोरियम के पास पार्क कर शटल सेवा से कैंची धाम भेजा जाएगा। एसएसपी ने बताया कि नैनीताल की पार्किंग फुल होने पर रूसी बाईपास 1 और 2 शुरू कर दिया जाएगा। दोनों मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। बृहस्पतिवार को कैंची धाम में होने वाली पुलिस और प्रशासन की बैठक में अंतिम स्वीकृत भी मिल जाएगी।

फिलहाल यह व्यवस्था 14 से 16 अप्रैल के लिए लागू होनी है। यदि प्रयोग सफल रहा तो उसे आगे भी जारी रखा जाएगा।

यहां से चलेंगी शटल सेवाएं

1-नगर पालिका भवाली के रामलीला मैदान से
2-भवाली सैनीटोरियम के पास अर्द्धनिर्मित रातीघाट मार्ग से

यहां से होगा रूट डायवर्ट

– अल्मोड़ा से हल्द्वानी आने वाले वाहनों को क्वारब से रामगढ़ होते हुए भवाली रामगढ़ तिराहा से भीमताल भेजा जाएगा।
– हल्द्वानी से अल्मोड़ा जाने वाले वाहनों को भीमताल, भवाली रामगढ़ तिराहा के रास्ते क्वारब होते हुए अल्मोड़ा भेजा जाएगा।
– हल्द्वानी से बेतालघाट व रानीखेत जाने वाले वाहनों को भवाली तिराहा से कैंची धाम होते हुए निकाला जाएगा।
– बेतालघाट व रानीखेत से हल्द्वानी आने वाले वाहनों को कैंची धाम से भवाली तिराहा से होते हुए ज्योलीकोट के रास्ते भेजा जाएगा।
– हल्द्वानी से चंपावत/पिथौरागढ़ जाने वाले वाहनों को खुटानी बैंड से डायवर्ट किया जाएगा।
– अल्मोड़ा से रामनगर, काशीपुर, दिल्ली, देहरादून को जाने वाले वाहनों को खैरना पुल से बेतालघाट होते हुए भेजा जाएगा।

रात 11 बजे से सुबह छह बजे तक चलेंगे भारी वाहन

नए रूट प्लान के मुताबिक अल्मोड़ा से आने वाले भारी वाहनों को क्वारब, हल्द्वानी से आने वाले भारी वाहनों को गौलापार और खैरना व रानीखेत की ओर से आने वाले भारी वाहनों को खैरना पुल-रानीखेत मार्ग पर रोक दिया जाएगा। इन वाहनों को रात 11 बजे से सुबह छह बजे तक ही आवाजाही की अनुमति रहेगी।

इन बैरियर पर इतने वाहनों की क्षमता

1-कैंची धाम परिसर -180 वाहन
2-भवाली की ओर मार्ग के किनारे – 150 वाहन क्षमता
3-पनीराम ढाबा कैंची धाम से 1.5 किमी. अल्मोड़ा मार्ग की ओर-50

इतनी फोर्स हुई तैनात

सीओ-                 एक
निरीक्षक-             दो
एसआई-             18
महिला एसआई-   चार
हेड कांस्टेबल-     22
सिपाही-             114
ट्रैफिक सिपाही-   20
महिला सिपाही-   10
मोबाइल पुलि-      06
सीपीयू यूनिट-      05
पीएसी-             दो प्लाटून
फायर यूनिट-     एक

गंदगी की तो कटेगा 1000 रुपये तक का चालान

कैंची धाम और इसके आसपास के क्षेत्र में गंदगी फैलाने वाले लोगों का ग्रामसभा की ओर से चालान किया जाएगा। गंदगी फैलाने के एवज में उनसे पांच सौ से हजार रुपये तक जुर्माना वसूला जाएगा। कैंची के ग्राम प्रधान की ओर से मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र में इस संबंध में बोर्ड लगाए गए हैं।

कैंची के ग्राम प्रधान पंकज निगल्टिया ने बताया कि पिछले कुछ समय से कैंची धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है। यहां पहुंचने वाले श्रद्धालु मंदिर के सामने और आसपास शिप्रा नदी में उतरकर मौज मस्ती करते हैं और जगह जगह गंदगी फैलाते हैं। प्रधान पंकज ने बताया कि पूर्व में हाईकोर्ट ने नदियों को प्रदूषण मुक्त रखने के निर्देश दिए हैं साथ ही ग्राम सभाओं को यह अधिकार दिया है कि वह गंदगी फैलाने वालों का चालान कर सकती है। उन्होंने बताया कि मंगलवार की शाम लोगों को जागरूक करने के लिए क्षेत्र में कई फ्लैक्सी भी लगा दी गई हैं। बुधवार को अन्य दिनों की तुलना में कम लोग शिप्रा नदी में नजर आए हैं।

सोर्स :-“अमर उजाला ”                         

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