29-सितम्बर-2021 | भागलपुर जिले के सभी स्कूल जिस जमीन पर स्थित हैं, उसका ब्योरा प्रधानाचार्यों से मांगा गया है। जमीन को स्कूलों के नाम पर करने या उनके कागज को दुरुस्त करने और अतिक्रमणमुक्त करने के उद्येश्य से ऐसा किया जा रहा है। जिले के कुछ स्कूलों में पिछले दिनों जमीन को लेकर विवाद हो चुका है। 2021 के शुरू में नाथनगर स्थित कन्या मध्य विद्यालय राघोपुर में एक व्यक्ति ने अपनी जमीन बताते हुए स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया था। इसके बाद जिला शिक्षा विभाग ने हस्तक्षेप कर उसे मुक्त कराया। यह कोई इकलौता स्कूल नहीं है जहां जमीन को लेकर विवाद है। मध्य विद्यालय मंसूरगंज, मदनलाल बालिका हाईस्कूल सहित कई स्कूल हैं, जहां इस तरह का विवाद है। जिले में ऐसे कई स्कूल हैं जहां अतिक्रमण है और उनपर कोर्ट में केस भी चल रहा है। मदन लाल बालिका हाईस्कूल को तो तिलकामांझी स्थित एक स्कूल में शिफ्ट कर चलाया जा रहा है।
प्रभार नहीं प्राप्त होने का दिया कारण
डीपीओ देव नारायण पंडित ने बताया कि जिले के 1850 प्राथमिक या प्रारंभिक विद्यालय और हाई एवं इंटर स्कूल मिलाकर करीब 200 स्कूल हैं। इन सभी से रिपोर्ट मांगी जा रही है। एक बार पहले रिपोर्ट मांगी गई थी, जिसमें 400 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों ने कहा कि उन्हें प्रभार में जमीन के कागजात नहीं दिये गये। वहीं कई स्कूलों ने बाढ़ के पानी में गल जाने या चोरी हो जाने का कारण बताया था। स्कूलों के प्रधानाचार्य से जमीन के ब्योरा में भूमि का रकबा, खाता नंबर, खेसरा नंबर आदि जानकारी मांगी गई है। यह भूमि रैयती, दान, रजिस्ट्री आदि किस प्रकार की है उसकी जानकारी मांगी गई है। भागलपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा, ‘पहले स्कूलों से ब्योरा मांगा गया था लेकिन सभी लोगों ने नहीं दिया था। सभी स्कूलों से फिर से मांगा जा रहा है ताकि स्कूलों की जमीन के अधिकार को सुनिश्चित किया जा सके। इससे विवाद नहीं होगा। वहीं अतिक्रमित भूमि को मुक्त कराने की भी प्रक्रिया शुरू की जायेगी।’
Source :- ”हिंदुस्तान”