22जुलाई 2022 फरीदकोट की भान सिंह कालोनी में से करीब डेढ़ माह से लापता दंपति व उनके दोनों बच्चों की गली सड़ी लाशें शुक्रवार को शहर से गुजरने वाली सरहिंद नहर से ही बरामद हो गई है। नहर में पानी जल स्तर कम होने पर सुबह के समय राहगीरों ने कार देखी तो पुलिस को सूचित किया। कार को बाहर निकाले जाने के बाद कार में से परिवार के चारों सदस्यों की लाशें बरामद हो गई। गपुलिस ने परिवार के मुखिया भरमजीत सिंह के ससुर महिंदरपाल सिंह के बयान पर पहले ही थाना कोतवाली में केस दर्ज किया हुआ था। चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेज दिया गया है।
जानकारी के अनुसार बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के अधीन आते गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बतौर हेल्पर कार्यरत भरमजीत सिंह (36) अपनी पत्नी रूपिंदर कौर (35), बेटी मन्नतप्रीत कौर (14) और बेटे राजदीप सिंह (12) के साथ नौ जून को सुबह दो बजे अपनी कार में घर से निकला था। उसके बाद से ही उसका कुछ पता नहीं चल पा रहा था। 11 जून को भरमजीत सिंह की अपने ससुर महिंदरपाल सिंह के साथ फोन पर बात हुई थी और उसने बाद में बात करने को कहकर फोन काट दिया था। उसके बाद से उनके फोन भी बंद आने लगे थे। कोई सुराग ना मिलने पर महिंदरपाल सिंह की शिकायत पर थाना कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 346 के तहत केस दर्ज किया था और मामले की पड़ताल चल रही थी।
शुक्रवार को उनकी कार समेत परिवार के चारों सदस्यों के शव नहर से बरामद हो गए। इस मौके पर मृतक के ससुर महिंदरपाल सिंह ने पुलिस पर सही कार्रवाई न करने के आरोप लगाए और इंसाफ की मांग की। परिवार का आरोप है कि भरमजीत सिंह के साथ अस्पताल में काम करने वाले एक व्यक्ति की तरफ से परिवार को लेनदेन के मामले में परेशान किया जा रहा है और इस घटना के पीछे उसका ही हाथ है। परिवार ने उक्त व्यक्ति को केस में नामजद करने की मांग को लेकर थाने के समक्ष धरना भी दिया। थाना कोतवाली के सहायक एसएचओ जसकरण सिंह ने कहा कि पुलिस की तरफ से शवों का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है और पूरे मामले की बारीकी से पड़ताल की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएगें, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
Source;-“अमर उजाला”