• May 3, 2024 5:29 pm

धैर्यपूर्वक किए गए आसनों का असर कई कार्यों पर पड़ता है

20 जून 2022 | योग अभ्यास का सही तरीका यही होता कि इसे शांति पूर्ण ढंग से करें। कोई हड़बड़ाहट नहीं। धैर्य पूर्वक क्रियाएं और आसन करना चाहिए। धैर्य पूर्वक किए गए आसनों का असर आने वाले समय में हर काम में देखने को मिलेगा। हमें कोशिश करना है कि हर क्रिया में सजगता आ जाए। आप जो भी कर्म करते हैं धैर्य पूर्ण, एकाग्रता और कुशलता के साथ करें। प्रत्येक कर्म में हमें कुशलता लाना है। आप भले ही हर दिन योग करते हैं लेकिन हमें कोशिश करना है कि इसे और बेहतर करें। जब हम पूर्ण मन से सजगता के साथ रहेंगे तभी योग सार्थक है।

यह बात नईदुनिया सेहत शाला में योगाचार्य डा. राधेश्याम मिश्रा ने कही। इस दिन कामन योग प्रोटोकाल में शामिल अभ्यास कराए गए। इसकी शुरुआत योगाचार्य ने ओमकार के उच्चारण से की। सूक्ष्म व्यायाम में बताया कि यह रक्त संचार को बेहतर करता है। इसमें कंधों पर दोनों हाथों को रखना है और गर्दन को पीछे और आगे लाना है। फिर गर्दन को दाएं और बाएं घुमाना है। बिना झटके के बहुत आराम से इसे श्वास लेते और छोड़ते हुए करना है। इसके बाद स्कंध संचालन कराया गया। कटि चालन के बाद ताड़ासन कराया गया और बताया गया कि यह बहुत प्रसिद्ध आसन है। बच्चों की लंबाई बढ़ाने और रक्त संचालन को बेहतर करने के लिए यह महत्वपूर्ण है। वक्रासन, त्रिकोणासन, कपालभाति और कई अन्य आसनों का अभ्यास भी योगाचार्य डा. राधेश्याम मिश्रा ने कराया।

कल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विशेष आसनों का होगा अभ्यास

नईदुनिया सेहत शाला का समापन 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन होगा। इसमें नईदुनिया सेहत शाला के फेसबुक पेज पर सुबह 7 बजे से योगाचार्य कामन योग प्रोटोकाल के साथ ही कई महत्वपूर्ण योग आसनों का अभ्यास कराएंगे। इसी के साथ जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण बातें साझा करेंगे।

सोर्स;-“नईदुनिया”     

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