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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई के शिवाजी पार्क में लता मंगेशकर को दी श्रद्धांजलि, परिजनों से की बात

7 फरवरी 2022। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर की कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए कहा, मैं अपनी पीड़ा शब्दों में बयां नहीं कर सकता. दयालु लता दीदी हमें छोड़कर चली गई हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मुंबई के शिवाजी पार्क में स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) को अंतिम श्रद्धांजलि दी है. भारत रत्‍न लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर को शिवाजी पार्क लाया गया है, जहां उनका अंतिम संस्‍कार किया जाएगा. इससे पहले लता ‘दीदी’ को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. उन्होंने कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए कहा, ‘मैं अपनी पीड़ा शब्दों में बयां नहीं कर सकता. दयालु लता दीदी हमें छोड़कर चली गई हैं. वह हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गईं, जिसे भरा नहीं जा सकता. आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्वितीय क्षमता थी.’

एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा, ‘लता दीदी के गानों ने कई तरह के इमोशन्स को उभारा है. उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के बदलावों को करीब से देखा. फिल्मों से परे, वह हमेशा भारत के विकास के बारे में भावुक थीं. वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थीं. मैं इसे अपना सम्मान मानता हूं कि मुझे हमेशा लता दीदी से अपार स्नेह मिला है. उनके साथ मेरी बातचीत अविस्मरणीय रहेगी. लता दीदी के निधन पर मैं भी अपने साथी भारतीयों की तरह शोक में हूं. उनके परिवार से बात की और संवेदना व्यक्त की. ॐ शांति.’

भारत रत्‍न से सम्‍मानित लता मंगेशकर ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में आज सुबह 8.12 बजे अंतिम सांस ली. डॉक्टरों के मुताबिक, मल्टीऑर्गन फेलियर की वजह से उनका निधन हुआ है. वह पिछले 26 दिनों से आईसीयू में भर्ती थीं. कुछ दिन पहले ही डॉक्टरों ने यह जानकारी दी थी कि उनकी हालत अब ठीक है और वेंटिलेटर से हटा दिया गया है, लेकिन बीते शनिवार को एक बार फिर तबीयत बिगड़ने के बाद उन्‍हें वापस वेंटिलेटर पर श‍िफ्ट कर दिया गया था. वह कोरोना से भी संक्रमित हो गई थीं. हालांकि बाद में वह संक्रमण से ठीक तो हो गई थीं, लेकिन फिर अचानक ही तबीयत बिगड़ गई थीं.

लता मंगेशकर ने साल 1942 में अपने करियर की शुरुआत की थी

लता मंगेशकर को ‘भारत की नाइटिंगेल’ और ‘सुर साम्राज्ञी’ जैसे कई नामों से पुकारा जाता था. भारतीय सिनेमा की बेहतरीन गायिकाओं में से एक लता मंगेशकर ने साल 1942 में अपने करियर की शुरुआत की थी. तब उनकी उम्र महज 13 साल थी. उन्होंने अब तक 30 हजार से भी अधिक गाने गाए थे और दुनियाभर में अपनी एक अलग छाप छोड़ी थी.

Source;- “टीवी9हिंदी।”

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