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नहरों से गंदे पानी के मुद्दे पर राजस्थान BJP के नेताओं ने शेखावत से की मुलाकात-निराकरण का मिला आश्वासन

ByPrompt Times

Jun 18, 2021
  • पूनिया ने कहा कि बैठक में यह तय किया गया कि पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (PCB) उस गंदे पानी की सैंपलिंग करेगा और उसके बाद संबंधित इंडस्ट्रीज को आईडेंटिफाई करेगा. इसके बाद अगले 15 दिन बाद फिर रिव्यू बैठक होगी

 18-जून-2021 | पंजाब से नहरों के जरिए राजस्थान के विभिन्न सीमावर्ती जिलों में आ रहे दूषित पानी की समस्या के निराकरण के मुद्दे पर राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया के नेतृत्व में एक डेलिगेशन केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात की. इस दौरान केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, कैलाश चौधरी, बीकानेर संभाग के सभी सांसद-विधायकों सहित प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे. बैठक में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष माधोराम, विधायक सुमित गोदारा, बलवीर लूथरा, बिहारी लाल बिशनोई, संतोष बावरी, अनुसूचित जाति मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष कैलाश मेघवाल, किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष हरी राम रिणवा उपस्थित रहे.

राजस्थान के दस जिले प्रभावित
इस दौरान पूनिया ने कहा कि पंजाब से इंदिरा गांधी नहर परियोजना में आ रहे दूषित जहरीले पानी से राजस्थान के 10 जिले श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर नागौर, चूरू, झुंझुनू और सीकर प्रभावित हो रहे हैं. हरिके बैराज से काला दूषित जहरीला पानी छोड़े जाने से राजस्थान की इंदिरा गांधी नहर परियोजना, गंगनहर और भाखड़ा-नांगल सिंचाई तंत्र में जहर फैलता जा रहा है.बता दें कि पिछले दिनों इस विषय को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) को पत्र भी लिखा था. उन्होंने पत्र में कहा था कि पीना तो दूर, ऐसे जहरीले पानी से सिंचाई तक जानलेवा साबित हो रही है. यह पानी पेयजल के लिए दस जिलों के लगभग दो करोड़ लोगों के लिए सप्लाई किया जाता है.

बैठक के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि को कोरोना लॉकडाउन के बाद पंजाब से नहरों में छोड़ा गया पानी इतना दूषित है कि उसका उपयोग किसी भी तरीके से नहीं किया जा सकता, इसलिए प्रभावित क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधि आज केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मिलकर अपनी समस्याएं बताई. पूनिया ने कहा कि बैठक में यह तय किया गया कि पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (PCB) उस गंदे पानी की सैंपलिंग करेगा और उसके बाद संबंधित इंडस्ट्रीज को आईडेंटिफाई करेगा. इसके बाद अगले 15 दिन बाद फिर रिव्यू बैठक होगी, उसमें प्रदूषण फैलाने वाली इंडस्ट्री के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला लिया जाएगा. पूनिया ने कहा कि इसके अलावा भाखड़ा नांगल बांध बोर्ड में अब तक राजस्थान से कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं था जो अब शामिल करने पर विचार किया जाएगा.

Source : “Zee News”

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