समस्तीपुर । समूह में महिलाओं को आत्मनिर्भर देख ताजपुर प्रखंड की कोठिया गांव निवासी रीना कुमारी इस कदर प्रेरित हुई कि आज मिसाल बन गई हैं। पिछले साल में मशरूम और उससे जुड़े उत्पाद बेचने वाली सफल किसान व व्यवसायी बन गई हैं। इतना ही नहीं वह दूसरों को भी प्रशिक्षण देकर मशरूम की खेती से जोड़ रही है। उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास है। क्षेत्र के लोग उन्हें मशरूम महिला के नाम से भी जानते हैं। रीना के पति विनोद कुमार सिंह प्राइवेट कंपनी में काम करते है। वह डुमरी गांव में आत्मा समूह में महिलाओं को काम करते देख उन्होंने भी आत्मनिर्भर बनने का निर्णय लिया। वह पहले सब्जी का उत्पादन करती थी। इस काम के साथ-साथ मशरूम की खेती का प्रशिक्षण लिया। वैज्ञानिक तकनीक की जानकारी के लिए ताजपुर प्रखंड में कृषि समन्वयक से प्रशिक्षण ली। 2019 में एक क्विटल भूसा लेकर मशरूम की खेती की शुरुआत की। धीरे-धीरे प्रति माह 100 से 120 किलोग्राम मशरूम की पैदावार करने लगीं। उनकी सफलता देख अन्य महिलाएं भी इसकी खेती के प्रति आकर्षित हुई तो रीना निशुल्क प्रशिक्षण देने लगीं।
कृषि विभाग के कृषि समन्वयक पंकज कुमार का कहना है कि रीना से लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए। जिनके पास भूमि नहीं है, वे घर में मशरूम की खेती कर सकते हैं। कौशल विकास मिशन के तहत एक माह का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। रीना अब स्वावलंबन का मार्ग प्रशस्त कर लोगों के लिए प्रेरणास्रोत भी बन गई है। उसकी कामयाबी की हर ओर चर्चा की जा रही है।